रूस ने आर्कटिक काउंसिल की अध्यक्षता नॉर्वे को सौंप दी है. सलेखर्ड में 11 मई को इस अंतरराष्ट्रीय संगठन के 13वें सत्र में रूस ने आर्कटिक काउंसिल की अध्यक्षता सौंपी. रिकिविक में 20 मई 2021 को आयोजित मंत्री-स्तरीय सत्र में रूस को आर्कटिक काउंसिल की अध्यक्षता सौंपी गई थी.
रूस के उप प्रधानमंत्री और फार-ईस्टर्न फेडरल डिस्ट्रिक्ट में रूस के राष्ट्रपति के पूर्णाधिकारी प्रतिनिधि यूरी ट्रुटनेव ने कहा, “आर्कटिक एक रणनीतिक क्षेत्र है. हमारे देश के लिए यह क्षेत्र वैश्विक महत्व वाला है और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को तेज करने वाला है. रूस ने आर्कटिक काउंसिल के फ्रेमवर्क के हिसाब से अपनी सारी जवाबदेहियों को पूरी तरह से निभाया है. (देश का) मुख्य जोर चार प्रमुख प्राथमिकताओं पर गौर करने पर था: ‘मूलनिवासियों सहित आर्कटिक के लोग’, ‘जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दों सहित पर्यावरण संरक्षण’, ‘सामाजिक-आर्थिक विकास’ और ‘आर्कटिक सहयोग को मजबूती देना.’ दो साल की अवधि में हमारे देश ने फोरम, कॉन्फ्रेंस, राउंडटेबल, चैम्पयनशिप, महोत्सव और खेल प्रतिस्पर्धाओं सहित करीब 90 कार्यक्रमों का आयोजन किया. चैम्पियनशिप का आयोजन रशियन फेडरेशन के तहत आने वाले आर्कटिक जोन के सभी नौ क्षेत्रों सहित रूस के 24 शहरों एवं नगरों में किया गया. मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि सभी कार्यक्रम और फैसले रूस के सुदूर उत्तर के विकास के लिए सहायक सिद्ध होंगे. ”
आर्कटिक के सतत विकास के लिए जवाबदेह गवर्नेंस सुनिश्चित करना आर्कटिक काउंसिल की रूस की अध्यक्षता की शीर्ष प्राथमिकता थी. अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करते हुए रूस ने सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरण से जुड़े संतुलन के साथ आर्कटिक के विकास के लिए सामूहिक दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया. रूस द्वारा आयोजित कार्यक्रम मुख्य रूप से 11 थीम पर आधारित थे जो उत्तरी अक्षांश के विकास से संबंधित सभी पहलुओं से जुड़े हुए हैं. खास तौर पर पिछले साल आयोजित सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में पहली बार आर्कटिक एवं रूस की अध्यक्षता को लेकर एक स्टैंड बूथ लगाया गया था. वहीं, ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में हाउस ऑफ इंडिजिनस पीपुल्स जनजातीय समूहों एवं व्लादिवोस्तोक के अन्य अतिथियों दोनों में काफी अधिक लोकप्रिय हुआ था.
रूस के राष्ट्रपति के सलाहकार और 2021-23 की अवधि में आर्कटिक काउंसिल की रूस की अध्यक्षता के लिए गठित आयोजन समिति के कार्यकारी सचिव एंटन कोब्याकोव ने कहा, “रूस की आर्कटिक काउंसिल की अध्यक्षता के दौरान आर्कटिक के सतत विकास का मुद्दा हमारे देश के प्रमुख बिजनेस प्लेटफॉर्म पर चर्चा का अहम हिस्सा बन गया. अब हमारा मुख्य काम इस अध्यक्षता की मूल्यवान विरासत को बचाना और उसे आगे बढ़ाना है. हम अपनी मुख्य प्राथमिकताओं के हिसाब से आर्कटिक में महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का क्रियान्वयन जारी रखेंगे और समय-समय पर प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस एवं प्रदर्शनी कार्यक्रमों में अपने कार्यों से निकलने वाले नतीजों को प्रमोट करेंगे.”
‘आर्कटिक में मानव पूंजी के विकास’ की थीम पर आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वालों ने फार ईस्ट के निवासियों के लिए मेडिकल सपोर्ट, ईएसजी ट्रेंड्स, लोगों के फायदे के लिए सरकार और बिजनेस के बीच साझेदारी स्थापित करने के उपायों के साथ-साथ प्रशिक्षण एवं वैज्ञानिक मदद को लेकर चर्चा की.
‘इंडिजिनस पीपुल्स ऑफ द आर्कटिक’ थीम पर आयोजित कार्यक्रमों में पारंपरिक रूप से उत्तरी क्षेत्रों में रहने वाले जनजातीय समूहों के सतत विकास और उनकी विरासत के संरक्षण के तरीकों पर बात हुई. रूस की अध्यक्षता में 21 नवंबर को मॉस्को में आर्कटिक इंडिजिनस पीपुल्स समिट, सलेखर्ड में 22-25 नवंबर, 2022 के दौरान ‘रशियन नॉर्थ’ इंडिजिनस यूथ फोरम, 16-18 मार्च, 2022 के बीच सेंट पीटर्सबर्ग में आर्कटिक के मूल निवासियों की भाषाओं को बढ़ावा देने और उनके संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय सेमिनार और 14-19 मार्च 2023 के दौरान नेरुंगरी में इंटरनेशनल ट्रेडिशनल रेन्डियर हर्डिंग चैम्पियनशिप का आयोजन हुआ.
रूस के सुदूर पूर्व और आर्कटिक के विकास मामलों के मंत्री एलेक्सी चेकुनकोव ने कहा, “रूसी आर्कटिक क्षेत्र में टेक्नोलॉजी, पर्यावरण और एनर्जी मार्केट में बड़ी सफलता के लिए विश्वस्तरीय परियोजनाओं का निर्माण किया जा रहा है. वे आने वाले दशकों में रूस खजाना भरने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था के सबसे आशाजनक क्षेत्रों में वर्ल्ड मार्केट की एक बड़ी हिस्सेदारी भी हासिल करेंगे. कार्गो फ्रॉम द आर्कटिक मेगा प्रोजेक्ट से नॉदर्न सी रूट भर जाएगा जिससे 2030 तक कार्गो ट्रैफिक के बढ़कर छह गुना हो जाने की उम्मीद है. आर्कटिक की इकोनॉमी के विकास से जुड़े सभी उपायों का लक्ष्य देश के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र के सभी निवासियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना है.”
‘क्लाइमेट चेंज एंड इकोलॉजी ऑफ द आर्कटिक’ थीम पर आयोजित कार्यक्रम पर्यावरण से जुड़े एजेंडा पर केंद्रित थे. इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले विशेषज्ञों ने उत्तरी अक्षांशों पर कचरा और माइक्रो-प्लास्टिक को हैंडल करने की समस्या, आर्कटिक महासागर से रेडियोधर्मी एवं जहरीले वस्तुओं के ढेर को हटाने, पर्माफ्रॉस्ट के पिघलने और आर्कटिक तट के जलीय एवं स्थलीय पारिस्थितिक तंत्र के बायोरेमेडिएशन पर चर्चा की.
अपनी अध्यक्षता के दौरान रूस ने सुदूर उत्तर के क्षेत्रों के विकास से जुड़े सामाजिक आर्थिक विकास से जुड़े मुद्दों पर खास ध्यान दिया. सितंबर में ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम से इतर ‘इंवेस्टमेंट एंड ट्रेड इन द आर्कटिक’ पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में विशेषज्ञों ने रूस और आर्कटिक में उसके विदेशी साझीदारों के बीच सहयोग की संभावनाओं और नए लॉजिस्टिक चेन के निर्माण के साथ नॉर्दर्न सी रूट के विकास के मौकों पर गौर किया. इसके अलावा इस थीम के तहत आयोजित कार्यक्रमों में आर्कटिक क्षेत्र में टेलीकम्युनिकेशन के आधुनिकीकरण और आर्कटिक के डिजीटलीकरण के साथ-साथ उत्तर में टूरिज्म इंडस्ट्री विकसित करने पर चर्चा हुई.
रूस की अध्यक्षता में हुए प्रोग्राम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ. पिछले दो साल की अवधि में इन कार्यक्रमों का आयोजन हुआः टेरीबर्का (16–17 जुलाई 2022, मरमंस्क क्षेत्र), बेरिंग स्ट्रैट (2–7 अगस्त 2022, एनाडीर), द पावर ऑफ कलर्स (6–7 मई 2023, किरोव्स्क) के साथ-साथ गैस्ट्रोनॉमिक फेस्टिवल ऑफ नॉर्दर्न क्यूजिन (10– 11 दिसंबर 2021, मॉस्को).
सीनियर आर्कटिक ऑफिशियल्स के अध्यक्ष और रूस के विदेश मंत्रालय के आर्कटिक को-ऑपरेशन के अम्बैस्डर एट लार्ज निकोलय कोरचुनोव ने कहा, “मार्च 2022 में आर्कटिक के पश्चिमी राज्यों ने काउंसिल की पूर्ण गतिविधियों पर राजनीतिक और प्रतिकूल ‘अस्थायी रोक’ लगा दी थी. इन परिस्थितियों में भी रूस ने अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी के साथ काम करना जारी रखा (आधिकारिक बैठकों को छोड़कर) और जबरन रोक वाले समय का इस्तेमाल हमारे देश के उत्तरी क्षेत्रों के विकास से जुड़ी व्यवहारिक समस्याओं के प्रभावी समाधान तलाशने के लिए किया जो 2035 तक आर्कटिक को लेकर रूस की सरकारी नीतियों एवं 2035 तक रूसी क्षेत्र के आर्कटिक जोन के विकास की रणनीति एवं राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के मूल सिद्धातों में निहित है.”
मई 2021 की शुरुआत से रूस की अध्यक्षता के दौरान आर्कटिक काउंसिल में पहली बार वैश्विकरण के बीच मूल लोगों के बौद्धिक संपदा (इंटेलेक्चुअल प्रोपर्टी) से जुड़े अधिकारों के संरक्षण, उद्यमियों की सामाजिक जिम्मेदारी के साथ-साथ उत्तरी जनजातीय समूहों के सतत विकास को लेकर पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप पर चर्चा हुई. रूस ने मूल निवासियों की सांस्कृतिक एवं भाषायी विरासत के डिजिटलीकरण, रचनात्मक उद्योगों के विकास एवं पारंपरिक आर्कटिक औषधियों के विकास, कार्बन-फ्री एनर्जी पर चलने वाले इंटरनेशनल आर्कटिक साइंटिफिक स्टेशन की शुरुआत, क्षेत्र में जैव सुरक्षा को सुनिश्चित करने और यूनिफाइड डिजिटल म्यूजियम प्लेटफॉर्म के सृजन जैसे कई प्रोजेक्ट्स से संबंधित प्रस्ताव और पहल पेश किए.
शोध से जुड़ी गतिविधियों की दक्षता में सुधार करना और वैज्ञानिक सहयोग विकसित करना आर्कटिक काउंसिल के अध्यक्ष के रूप में रूस के मुख्य लक्ष्यों में से एक था. मॉस्को स्टेट इंस्टीट्युट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन्स की पहल के आधार पर रूस के विदेश मामलों के मंत्रालय ने 2022 में आर्कटिक में राजनीतिक एवं कानूनी शोध के लिए इंटर-यूनिवर्सिटी कंसोर्टियम के गठन को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किया. इस स्ट्रक्चर का गठन ऑल-रशियन कंसोर्टियम ऑफ आर्कटिक यूनिवर्सिटीज के गठन की दिशा में उठाया गया एक कदम है जो अंतरराष्ट्रीय साझेदारी के लिए खुला हुआ है. इसके अलावा रशियन-एशियन कंसोर्टियम फॉर आर्कटिक रिसर्च की स्थापना के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया और 10 संगठन इस ऑर्गनाइजेशन के सदस्य बने.
आर्कटिक काउंसिल की रूस की अध्यक्षता की योजना अगस्त 2023 तक के लिए बनाई गई थी. ऐसे में आर्कटिक के सामाजिक-आर्थिक विकास, उत्तरी अक्षांशों की इकोलॉजी के संरक्षण और वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए रूस कई कार्यक्रमों का आयोजन करेगा. आने वाले महीनों में 20 कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिनमें सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम 2023 के दौरान आर्कटकि में जैव-विविधता पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, आर्कटिक में विशेष रूप से संरक्षित प्राकृतिक क्षेत्र पर अंतरराष्ट्रीय फोरम, ‘आर्कटिक. ब्रेकिंग द आइस’ सेकेंड रशियन फोरम एंड फेस्टिवल ऑफ वॉलेंटियर्स, टेरीबर्का आर्कटिक फेस्टिवल, द बेरिंग स्ट्रैट फेस्टिवल और इंटरनेशनल मैरिटाइम आर्कटिक एजुकेशनल एंड साइंटिफिक एक्सपेडिशन्स ‘ट्रेनिंग-थ्रू-रिसर्च’ ऑन रिसर्च वेसेल्स जैसे कार्यक्रम शामिल होंगे. रूस की अध्यक्षता में होने वाले कार्यक्रमों का प्रबंधन रॉसकांग्रेस फाउंडेशन द्वारा किया जाता है.