नई दिल्ली, दिसंबर, 2022: आर्कटिक काउंसिल की दो साल की अपने चेयरमैनशिप के तहत रूस ने साल 2022 में कई कार्यक्रमों का क्रियान्वयन जारी रखा जिसकी मुख्य थीम ‘रिस्पॉन्सिबल गवर्नेंस फॉर अ सस्टेनेबल आर्कटिक’ है। रूस ने उत्तर के मूल निवासियों सहित आर्कटिक की आबादी को सपोर्ट करने, पर्यावरण को बचाने, जलवायु परिवर्तन के असर को अपनाने, क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ आर्कटिक में बहुपक्षीय सहयोग एवं वैज्ञानिक सहयोग को मजबूती देने जैसे सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में 43 कार्यक्रमों का आयोजन किया।
मई 2021 में आर्कटिक काउंसिल की चेयरमैनशिप अपने हाथों में लेने के साथ रूस ने वैश्विकरण के बीच मूल लोगों के बौद्धिक संपदा अधिकारों (इंटेलेक्चुअल प्रोपर्टी राइट्स) के संरक्षण, उद्योगपतियों की सामाजिक जिम्मेदारी के साथ-साथ उत्तरीय जनजातीय समूहों के टिकाऊ विकास के लिए पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप पर पहली बार चर्चा शुरू की। रूस ने कई तरह के प्रोजेक्ट्स और पहल एवं खासकर मूल निवासियों की सांस्कृतिक एवं भाषायी विरासत के डिजिटलीकरण, रचनात्मक उद्योगों और पारंपरिक आर्कटिक औषधियों के विकास, कार्बन मुक्त ऊर्जा पैदा करने वाले इंटरनेशनल आर्कटिक साइंटिफिक स्टेशन की स्थापना, क्षेत्र में जैव-विविधता को सुनिश्चित करने और एक यूनिफाइड डिजिटल म्यूजियम प्लेटफॉर्म स्थापित करने जैसी पहलों का प्रस्ताव रखा।
रूस के राष्ट्रपति के सलाहकार और आर्कटिक काउंसिल की रूस की चेयरमैनशिप से जुड़ी आयोजन समिति के कार्यकारी सचिव एंटन कोबिकोव ने कहा, “आर्कटिक काउंसिल की रूस की चेयरमैनशिप ना सिर्फ आर्कटिक क्षेत्र के सतत विकास से जुड़ी मौजूदा चुनौतियों एवं संभावना वाले क्षेत्रों में ठोस एवं गहन कार्यों संबंधित है बल्कि यह आने वाले समय में उत्तरी क्षेत्रों की और बेहतरी के लिए जरूरी विशेषज्ञता और अनुभव हासिल करने का एक बेहतरीन जरिया भी प्रदान करता है।”
याकुत्सक में आयोजित फोर्थ नॉर्दर्न सस्टेनेबल डेवलपमेंट फोरम आर्कटिक में मानवीय पहलुओं के विकास पर चर्चा के लिए रूस की चेयरमैनशिप में एक प्रमुख प्लेटफॉर्म बन गया। प्रतिभागियों ने आर्कटिक के लोगों के जीनव स्तर को बेहतर बनाने के उपायों, उत्तरी क्षेत्रों को ऊर्जा की आपूर्ति करने, पर्यावरण के संरक्षण एवं क्षेत्र के विकास में निवेश के बीच एक संतुलन कायम करने, मूल लोगों एवं युवाओं को सपोर्ट करने के साथ-साथ ऊंचाई वाले इलाके में काम करने के लिए कुशल पेशेवरों को प्रशिक्षित करने पर चर्चा की।
मास्कों में आयोजित आर्कटिक इंडिजिनस पीपुल्स समिट में आर्कटिक के मूल निवासियों की भाषायी एवं सांस्कृतिक विरासत को बचाने के साथ-साथ पारंपरिक अर्थव्यवस्था, सीमा-पार सहयोग एवं उत्तर के मूल जनजातीय समूहों की सामुदायिक गतिविधियों को सरकार द्वारा विनियमित किए जाने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई।
आर्कान्जेस्क में आर्कटिक में मानव स्वास्थ्य के संरक्षण पर कॉन्फ्रेंस और नरयन-मार में आयोजित 5thआर्कटिक टेलीमेडिसिन इंटरनेशनल साइंटिफिक एंड ट्रेनिंग कॉन्फ्रेंस मेंआर्कटिक क्षेत्र में हेल्थकेयर के विकास की संभावनाओं के साथ-साथ मेडिकल एवं बॉयोलॉजिक समस्याओं के समाधान के तरीकों पर बात हुई; आर्कान्जेस्क मेंआयोजित ‘नेशनल मेगाप्रोजेक्ट इन द आर्कटिकः स्टाफिंग एंड साइंटिफिक सपोर्ट’ कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने वालों ने आर्कटिक क्षेत्र के लोगों के व्यक्तिगत प्रशिक्षण से मुद्दों पर चर्चा की; और याकुत्सक में आयोजित ‘आर्कटिकः टेरिटरी ऑफ डेवलपमेंट’ कॉन्फ्रेंस ऑन इनश्योरिंग अ कंफर्टेबल अर्बन इन्वायरनमेंट में सुदूर उत्तर की आबादी की जीवन की गुणवत्ता में सुधार से जुड़े व्यावहारिक पक्षों पर बात हुई। नॉर्दर्न (आर्कटिक) फेडरल यूनिवर्सिटी में आयोजित इंटरनेशनल यूथ मॉडल ऑफ द आर्कटिक काउंसिल में युवाओं ने क्षेत्र में बहुपक्षीय सहयोग से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विचार व्यक्त किए।
रूस के विदेश मंत्रालय में अम्बैस्डर-एट-लार्ज और आर्कटिक सीनियर ऑफिशियल्स के चेयरमैन निकोलय कोरचुनोव ने कहा, “आर्कटिक में रूस की नीति की शीर्ष प्राथमिकता ऊंचाई में रहने वाली पूरी आबादी की जरूरतों और हितों पर ध्यान देने के साथ-साथ उत्तर के ध्रुवीय क्षेत्रों और मूल लोगों के बीच सहयोग को मजबूती देने के साथ-साथ सतत विकास है। आर्कटिककाउंसिलकी रूस की चेयरमैनशिप के दौरान शुरू किए गए प्रोजेक्ट्स और पहलों का ठीक यही मकसद है और इसके पूरा होने के बाद भी इन्हें जारी रखा जाएगा।”
अपनी चेयरमैनशिप के दौरान रूस पर्यावरण संरक्षण, आर्कटिक के अनूठे लेकिन नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र(इकोसिस्टम) को बचाने के साथ जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को अपनाने के लिए सावधानीपूर्वक विश्लेषण के बाद उपाय ढूंढने पर खास ध्यान देता रहा है। अगर खास तौर पर बात की जाए तो आर्कटिक महासागर में जलमग्न रेडियोएक्टिव एवं खतरनाक वस्तुओं के उठाव के तरीकों को लेकर मरमंस्क में आयोजित एक विशेष सम्मेलन में चर्चा हुई। रूस की चेयरैमनशिप में पर्यावरण से संबंधित पहलों के तहत इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। वहीं, आर्कान्जेस्कमें आयोजित एक कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने वाले ने आर्कटिक क्षेत्र में माइक्रोप्लास्टिक के ढेर के निपटान और कचरा प्रबंधन के उपायों पर गौर किया।
सेंट पीटर्सबर्ग में जलवायु परिवर्तन को अपनाने को लेकर आयोजित कॉन्फ्रेंस में विशेषज्ञों ने आइस मॉनिटरिंग सिस्टम को बेहतर बनाने, मानव द्वारा पैदा किए गए असर के संदर्भ में प्रकृति के संरक्षण और अन्य देशों के साथ शोध सहयोग विकसित करने के लिए उठाए जाने वाले खास कदमों को चिह्नित किया।
रूस के सुदूर पूर्वी इलाके एवं आर्कटिक के विकास से जुड़े मामलों के मंत्री एलेक्सी चेकुनकोव ने कहा, “आर्कटिक का करीब आधा हिस्सा रूस में है और क्षेत्र की सभी आर्थिक गतिविधियों के 70 फीसदी से ज्यादा में रूस की हिस्सेदारी है। इस संदर्भ में मैं यह कहना चाहता हूं कि आर्कटिक का प्रगतिशील एवं समग्र विकास आने वाले कई वर्षों तक हमारे देश की आर्थिक समृद्धि के लिए अहम है। इसके साथ-साथ अनूठे आर्कटिक इकोसिस्टम को बचाना भी प्राथमिकता वाला काम है। रूस के क्षेत्र में आने वाले आर्कटिक जोन में पहले से चल रहीं 500 से ज्यादा निवेश परियोजनाओं के क्रियान्वयन के साथ-साथ क्षेत्र एवं नॉर्दर्न सी रूट के विकास से जुड़े नए कार्यक्रम तैयार करते वक्त पर्यवर्ण से जुड़े पहलुओं को ध्यान में रखा जाएगा।”
मरमंस्क में आयोजित इंटरनेशनल फोरम ‘पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप इन द फील्ड ऑफ सस्टेनेबल डेवलपमेंट ऑफ इंडिजिनलस पीपुल’रूस की चेयरमैनशिप के सामाजिक आर्थिक ट्रैक के तहत आर्कटिक क्षेत्र के लिए होने वाला अहम और अनूठा कार्यक्रम था। फोरम में हिस्सा लेने वालों ने कॉरपोरेट प्रोग्राम, कार्यकारी अधिकारियों एवं मूल निवासियों के संगठनों के बीच करार, इन क्षेत्र में सरकारी विनियमन (रेग्युलेशन) के दृष्टिकोण के जरिए मूल निवासियों के सतत विकास को सुनिश्चित करने के लिए रणनीतियों के मानकीकरण एवं व्यापारिक गतिविधियों के विभिन्न प्रारूप के साथ-साथ निर्णय लेने की प्रक्रिया में मूल निवासियों की प्रभावी भागीदारी को बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।
इसके अतिरिक्त सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम (एसपीआईईएफ) से इतर आयोजित विभिन्न विशेष सत्रों के दौरान उत्तरी आक्षांशों में इस्तेमाल के लिए मौजूद फ्लीट के आधुनिकीकरण एवं आर्कटिक में टेलीकम्युनिकेशन के विकास एवं डिजिटलीकरण पर चर्चा हुई जबकि ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (ईईएफ) के प्रतिभागियों ने निवेश अपील को बढ़ाने एवं आर्कटिक में व्यापार को विकसित करने के विकल्पों पर चर्चा की। 2022 में आर्कटिक थीम पर केंद्रित बूथ ‘द आर्कटिकः टेरिटरी ऑफ डायलॉग’ को पहली बार SPIEF में प्रस्तुत किया गया। वहीं, ईईएफ में हाउस ऑफ इंडिजिनस पीपुल को शामिल किया गया जो आर्कटिक एजेंडा पर आयोजित कार्यक्रमों का वेन्यू बन गया।
कोरचुनोव ने कहा, “देश की जीडीपी में रूस के आर्कटिक क्षेत्र का योगदान 11 फीसदी का है और एक्सपोर्ट में इसका योगदान 20 फीसदी से ज्यादा है। हम आर्कटिक के सतत विकास के लिए गैर-क्षेत्रीय देशों सहित ऐसे सभी देशों के साथ सहयोग एवं क्षेत्र में शांति को बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो हमारे देश के प्रति रचनात्मक रवैया रखते हैं। मेरा मानना है कि ऊंचाई वाले इलाकों की अधिकतर जटिल समस्याओं को हल करने के लिए संयुक्त प्रयास एवं वित्तीय और प्रौद्योगिकी के साथ-साथ वैज्ञानिक एवं संगठनात्मक संसाधनों से सहयोग की जरूरत है।”
अपनी चेयरमैनिशिप के तहत विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी से जुड़े सहयोग को मजबूती देने के प्रयास के तौर पर रूस ने वैज्ञानिक गतिविधियों की दक्षता एवं आर्कटिक में इसके व्यवहारिक इस्तेमाल को बढ़ावा देने और एकीकृत आर्कटिक शोध को सपोर्ट करने एवं बहुपक्षीय शोध पहलों को सपोर्ट करने के लिए एक तंत्र विकसित करने की योजना बनायी है।
रूस की चेयरमैनशिप के दौरान खास तौर पर मास्को स्टेट इंस्टीट्युट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन्स की पहल पर रूस के विदेश मंत्रालय ने आर्कटिक में इंटरयूनिवर्सिटी कंसोर्टियम फॉर पॉलिटिकल एंड लीगल रिसर्च की शुरुआत के लिए एक करार किया जो आर्कटिक विश्वविद्यालयों के राष्ट्रीय कंसोर्टियम के गठन की दिशा में उठाया गया कदम है जिसे अंतरराष्ट्रीय साझेदारी का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। इसके साथ ही नॉर्दर्न सस्टेनेबल डेवलपमेंट फोरम के तहत रशियन एशियन कंसोर्टियम फॉर आर्कटिक रिसर्च के गठन को लेकर एक एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया गया। 10 से अधिक संगठन इसके सदस्य बने हैं।
2022 में रूस की चेयरमैनशिप में आयोजित कुछ प्रमुख कार्यक्रमों में मरमंस्क क्षेत्र में आयोजित ‘टेरिबर्का आर्कटिक फेस्टिवल’ और ‘नॉर्दर्नकैरेक्टर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’, सेंट पीटर्सबर्ग एवं व्लादिवोस्तक में आयोजित सोसियोकल्चरल डेवलपमेंट ऑफ द नॉर्दर्न रीजन्स क्रिएटिव बिजनेस फोरम, चुकोतका ऑटोनोमस डिस्ट्रिक्ट में आयोजित बेरिंग स्ट्रेट इंटरनेशनल फेस्टिवल, मरमंस्क में आयोजित नॉर्थन प्रोफेशन्स स्किल्स चेयरमैनशिप, उसिन्सक में ‘आर्कटिक, ब्रेकिंग द आइस’, रशियन वॉलेंटियर फोरम एंड फेस्टिवल, कोगालिम में आयोजित ट्रैक ‘सोसियोकल्चरल इनिशिएटिव्स एंड द बेस्ट कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स इन क्रिएटिव एंटरपेन्योरशिप’ और आर्कान्जेस्क में आयोजित यूथ क्रिएटिविटी फेस्टिवल शामिल रहे।
आने वाले महीनों में रूस 2021-2023 के दौरान आर्कटिक काउंसिल की अपनी चेयरमैनशिप के तहत कई नए बिजनेस एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। ये कार्यक्रम 2035 तक रूस के आर्कटिक जोन के विकास की रणनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लक्ष्यों की दिशा में हैं।