जयपुर, दिसंबर 2022 – ग्लोबल हेल्थकेयर कंपनी एबॅट ने आज अपने लेटेस्ट जेनरेशन ट्रांसकैथेटर एऑर्टिक वॉल्व इंप्लाटेशन सिस्टम (टीएवीआई), नेविटर™ को लॉन्च करने की घोषणा की। यह महाधमनी स्टेनोसिस से गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों के लिए कम से कम सर्जरी वाला उपचार है। यह इलाज उन लोगों के लिए बहुत कारगर है, जिन्हें सर्जरी से काफी ज्यादा खतरा है। नेविटर वॉल्व से कंपनी टीएवीआई की तकनीक को आगे बढ़ा रही है, (जिसे टीएवीआर या ट्रांसकैथेटर एआर्टिक वॉल्व रिप्लेसमेंट भी कहा जाता है)। यह नवाचार युक्त थेरेपी है, जिसमें वॉल्व के आसपास खून का बहाव रोकने के लिए एक विशिष्ट डिजाईन सम्मिलित है। नेविटर टीएवीआई सिस्टम कंपनी के संपूर्ण स्ट्रक्चरल हार्ट ट्रांसकैथेटर के इलाज में नए किस्म की प्रणाली है, जो डॉक्टरों या मरीजों को हृदयरोग के इलाज के लिए कम से कम सर्जरी का विकल्प प्रदान करता है।
एऑर्टिक स्टेनोसिस सबसे सामान्य और जानलेवा हार्ट वॉल्व के रोगों में एक है। इस रोग में महाधमनी हार्ट वॉल्व से शरीर के बाकी हिस्सों में रक्त-प्रवाह में रुकावट आती है, जिससे हार्ट फेल हो सकता है और कुछ मामलों में अचानक हृदय के निष्क्रिय होने या दिल के दौरे से मौत (कार्डियक डेथ) हो सकती है। हालांकि, कई लोगों में इस रोग के लक्षण नहीं दिखते हैं, भारत में 75 साल या उससे अधिक उम्र में 40 लोगों में से एक में एऑर्टिक स्टेनोसिस के गंभीर लक्षण मिलते हैं। इन लोगों में ओपन हार्ट सर्जरी को पूरी तरह से उच्च जोखिम की प्रक्रिया माना जाता है क्योंकि ढलती उम्र, कमजोर शरीर में कई तरह के रोगों या स्थितियों के कारण ओपन हार्ट सर्जरी से कई परेशानी पैदा हो सकती है।टीएवीआई सर्जिकल एऑर्टिक वॉल्व रिप्लेसमेंट के सबसे कम चीरफाड़ वाले विकल्प के तौर पर काम करता है। इससे रोग के लक्षणों में कमी आती है और काफी विपरीत स्थिति में जिंदगी गुजार रहे मरीजों की जिंदगी में सुधार आता है।
टीएवीआई तकनीक के आने से पहले गंभीर एऑर्टिक स्टेनोसिस के इलाज के लिए सर्जिकल एऑर्टिक वॉल्व रिप्लेसमेंट सबसे बेहतरीन माना जाता है, लेकिन सभी मरीजों की ओपन हार्ट सर्जरी नहीं की जा सकती।
डॉ रविंदर सिंह राव, इंटरवेंशनल एंड स्ट्रक्चरल कार्डियोलॉजिस्ट, लीलावती हॉस्पिटल, मुंबई और चेयरमैन आरएचएल हार्ट सेंटर एंड हेड कॉम्प्लेक्स एंजियोप्लास्टी– टीएवीआई प्रोग्राम एड ने कहा, “टीएवीआई या ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वॉल्व इम्प्लांटेशन गंभीर, सिम्पटोमैटिक एओर्टिक स्टेनोसिस वाले रोगियों के लिए एक व्यवहार्य विकल्प है, विशेष रूप से वे जिन लोगो को उच्च सर्जिकल खतरा है। ट्रांसकैथेटर प्रक्रिया के बाद, हमारे अधिकांश रोगी कुछ दिनों मै ही डिस्चार्ज कर दिया जाते है।
नेविटर में एक अनोखा फैब्रिक कफ (नेवी सील) होता है। यह वॉल्व फ्रेम के आसपास चारों ओर रक्त के लीकेज को कम करने के लिए हृदय चक्र के साथ मिलकर काम करता है, जिसे पैरावॉल्वुर लीक (पीवीएल) कहा जाता है। यह टीएवीआई की प्रक्रिया के बाद सबसे सामान्य तौर पर आने वाली परेशानी है। नया उपकरण इंट्रा एनुलर (नेटिव वॉल्व के भीतर) लीफलेट्स और बड़े फ्रेम सेल्स के साथ अपने आप विस्तृत होने वाला टीएवीआई सिस्टम है। इसके फीचर्स गंभीर कोरोनेरी धमनियों तक पहुँचने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए है, जिससे कोरोनेरी धमनी के रोग के इलाज के लिए भविष्य में सर्जरी में मदद मिलती है। इसके अलावा यह नया डिजाइन बेहतर हीमो डाइनेमिक्स या बेहतर रक्त प्रवाह सुनिश्चित करती है।
नेविटर डिवाइस को एबॅट के फ्लेक्सनेव डिलिवरी सिस्टम के साथ इंप्लांट किया जाता है। यह सबसे कम टीएवीआई डिलिवरी सिस्टम के प्रोफाइल को स्लिम डिजाइन के साथ ऑफर करता है। इससे उन मरीजों का भी इलाज किया जा सकता है, जिनकी धमनियाँ 5.0 एमएम जितनी छोटी हैं। यह स्लिम कैथेटर स्थाई, पूर्वानुमेय और सटीक वॉल्व डिलीवरी और रिप्लेसमेंट के लिए अलग-अलग तरह की एऑर्टिक एनाटॉमी को समायोजित कर सकता है।
एबॅट के इमर्जिंग एशिया और कोरिया की जनरल मैनेजर पायल अग्रवाल ने कहा, “नेविटर वॉल्व की नई डिजाइन से जुड़ा फ्लेक्सनेव सिस्टम डॉक्टरों के लिए टीएवीआई की प्रक्रियाओं को सरल और सुव्यवस्थित बनाता है, जिससे इस स्थिति के इलाज के लिए कई मजबूत समाधान मिलते हैं। बेहतर तरीके से वॉल्व के प्लेसमेंट में मदद मिलती है और मरीजों में इसका प्रदर्शन बेहतर होता है। नया और महत्वपूर्ण प्रॉडक्ट एबॅट के मिशन की एक अन्य उपलबधि है। इससे दिल की बीमारियों के इलाज के लिए बेहतरीन उपचार के विकल्प मिलते हैं और रोगी की लाइफस्टाइल में सुधार आता है, जिससे वह अपनी उन मनपसंद चीजों को आसानी से कर सकते हैं, जिसे वह करना चाहते हैं।”