हैदराबाद, सितंबर, 2025– भारत में भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) सॉफ्टवेयर एवं सॉल्यूशंस प्रदान करने वाली अग्रणी कंपनी एसरी इंडिया ने एडवांस्ड जीआईएस इंटीग्रेशन के जरिए भारत में सैटेलाइट इमेजरी की उपलब्धता एवं पहुंच बढ़ाने के लिए हैदराबाद स्थित ध्रुवा स्पेस के साथ सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। ध्रुवा स्पेस एक फुल-स्टैक स्पेस टेक कंपनी है।
इस रणनीतिक साझीदारी के जरिए ध्रुवा स्पेस ऑप्टिकल, एसएआर, आरएफ व हाइपरस्पेक्ट्रल सेंसर्स में फैले हुए 200 से अधिक सैटेलाइट्स के एक तारामंडल नेटवर्क से डेटा एकत्रित कर उसे एक एकीकृत पारितंत्र में डालने वाले अपने एस्ट्राव्यू कॉमर्शियल सैटेलाइट इमेजरी सेवा का विस्तार करने के लिए एसरी इंडिया के एडवांस्ड आर्कजीआईएस टेक्नोलॉजी का उपयोग करेगी।
इस गठबंधन का लक्ष्य एक एकीकृत सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन प्रदान करना है जिससे ग्राहक एसरी की जबरदस्त जीआईएस क्षमताओं के साथ ही एस्ट्राव्यू की कार्य योग्य अंतर्दृष्टि तक सहजता से पहुंच सकें और उनका विश्लेषण कर सकें।
एसरी इंडिया और ध्रुवा स्पेस के बीच गठबंधन से महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पहल में अंतरिक्ष आधारित डेटा का उपयोग करने के लिए नए द्वार खुलने की संभावना है जिससे नवप्रवर्तन को बढ़ावा मिलेगा और जियोस्पैटियल इंटेलिजेंस एवं अंतरिक्ष टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता पर जोर दे रहे भारत को सहयोग मिलेगा।
एसरी इंडिया के प्रबंध निदेशक अगेन्द्र कुमार ने कहा, “ध्रुवा स्पेस के साथ यह साझीदारी अति आधुनिक सैटेलाइट इमेजरी क्षमताओं को भारत में जीआईएस यूज़र्स के करीब लाएगी। यह भारत के जियोस्पैटियल पारितंत्र को मजबूती देने स्पेसटेक क्षेत्र में देशज नवप्रवर्तन में सहयोग करने की हमारी सतत प्रतिबद्धता दर्शाती है। ध्रुवा स्पेस की पूर्ण क्षमताओं के साथ हमारी आर्कजीआईएस टेक्नोलॉजी की ताकत मिलाकर हमारा लक्ष्य सभी उद्योगों में निर्णय करने वालों को समय पर उच्च गुणवत्ता की जियोस्पैटियल अंतर्दृष्टि से सशक्त करना है। इस पहल से शहरी नियोजन, आपदा प्रबंधन, कृषि और ढांचागत विकास जैसे क्षेत्रों में स्पेस आधारित डेटा को अपनाने में तेजी लाने में भी मदद मिलेगी। साथ मिलकर हम एक ऐसी जबरदस्त रूपरेखा तैयार कर रहे हैं जो इस राष्ट्र के लिए डेटा संचालित राजकाज और टिकाऊ वृद्धि को गति दे।”
ध्रुवा स्पेस के मुख्य परिचालन अधिकारी और सह-संस्थापक कृष्ण तेजा ने कहा, “एस्ट्राव्यू को विविध एवं विश्वसनीय सैटेलाइट इमेजरी को पहुंच में आसान और उपयोग में व्यवहारिक बनाने के लिए लांच किया गया था जिससे सेंसिंग क्षमताओं की व्यापक रेंज को एक सेवा में लाया जा सके। जीआईएस में बाजार की अग्रणी एसरी इंडिया के साथ साझीदारी से यह सुनिश्चित होता है कि इन क्षमताओं को एक ऐसे प्लेटफॉर्म पर लाया जाए जिस पर लाखों यूज़र भरोसा करते हैं। इस एकीकरण से जीआईएस वर्कफ्लो के भीतर प्रासंगिक इमेजरी और डेटा तक पहुंच व्यापक होगी जहां इमेजरी और एनालिटिक्स के मेल से यूज़र्स अधिक स्पष्टता के साथ डेटा का अर्थ निकाल कर उस पर कार्य कर सकेंगे। इसका इरादा पृष्ठभूमि से सैटेलाइट डेटा को निकालकर उसे प्रतिदिन के निर्णय करने के केंद्र में रखना है जिससे अंततः संगठनों के नियोजन, प्रतिक्रिया और शमता लाने में सुधार हो सके।”
यह एमओयू भारत में सैटेलाइट टेक्नोलॉजी और जियोस्पैटियल इंटेलिजेंस के संमिलन को मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह भविष्य में ऐसे सॉल्यूशंस तैयार करने का भी आधार रखता है जो निर्णय करने, शमता में सुधार लाने और भारत की डिजिटल परिवर्तन यात्रा में तेजी लाएगा।
इस गठबंधन को हैदराबाद में एसरी इंडिया यूज़र कॉन्फ्रेंस 2025 में औपचारिक रूप दिया गया। यह यूज़र कॉन्फ्रेंस उन जीआईएस पेशेवरों का भारत का सबसे बड़ा समागम है जो एक अधिक टिकाऊ एवं जानकार दुनिया के लिए जियोस्पैटियल टेक्नोलॉजी के उपयोग को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित हैं।