नयी दिल्ली, मई, 2023: महिन्द्रा युनिवर्सिटी के इंदिरा महिन्द्रा स्कूल ऑफ एजुकेशन ने दो वर्षीय पूर्णकालिक एमए (एजुकेशन) प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की है जिसके लिए कक्षाएं अगस्त, 2023 से प्रारंभ होंगी। यह युनिवर्सिटी शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने के आकांक्षी पात्र स्नातक विद्यार्थियों से आवेदन आमंत्रित कर रही है। एमए इन एजुकेशन शुरू कर महिन्द्रा युनिवर्सिटी भारत में तेजी से बढ़ रहे शिक्षा क्षेत्र के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने वाले चुनिंदा संस्थानों की फेरहिस्त में शामिल हो गई है।
महिन्द्रा युनिवर्सिटी द्वारा एमए इन एजुकेशन की पढ़ाई शुरू किए जाने से शिक्षा के क्षेत्र में जानकार भावी चिंतक और नेतृत्वकर्ता तैयार करने में खालीपन भरा जा सकेगा। इस प्रोग्राम के तहत विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण अनुसंधान कौशल, सैद्धांतिक ज्ञान, विषयपरक विश्लेषणात्मक अध्ययन और क्षेत्र आधारित सीख का प्रशिक्षण शामिल है और ये सभी चीज़ें पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं जिनसे विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर का एक विस्तृत निबंध तैयार करने में मदद मिलेगी।
इंदिरा महिन्द्रा स्कूल ऑफ एजुकेशन के शिक्षक इन सभी चीज़ों में प्रशिक्षित हैं और उन्हें भारत और विदेश में स्थित प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों एवं अनुसंधान केंद्रों में एजुकेशनल स्टडीज़ के अध्यापन का गहरा अनुभव है। साथ ही इनके पास विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त संगठनों में काम करने का अनुभव है। शिक्षा के विभिन्न पहलुओं में इनके अनुसंधान का विद्यार्थियों को कक्षाओं में लाभ मिलेगा।
एमए इन एजुकेशन प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा करते हुए इंदिरा महिन्द्रा स्कूल ऑफ एजुकेशन के डीन प्रोफेसर एस. श्रीनिवास राव ने कहा,” सभी स्तरों (प्रारंभिक, माध्यमिक, उच्च, व्यवसायिक और बच्चों की शुरूआती शिक्षा) पर शिक्षा के विस्तार के संदर्भ में क्रांति के युग में प्रवेश के साथ हमें अधिक से अधिक प्रशिक्षित पेशेवरों की जरूरत है जो अध्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रमों से परे जाकर विभिन्न क्षेत्रों से ज्ञान ग्रहण कर सकें। महिन्द्रा युनिवर्सिटी में हम उन सभी विद्यार्थियों का स्वागत करते हैं जिन्होंने किसी भी विषय (बीए/ बी.कॉम/ बी.एससी/ बी.टेक/ बीबीए/ बीएड) में स्नातक की पढ़ाई पूरी की हो और जो शिक्षा/ विकास के क्षेत्रों में जाने के इच्छुक हैं। साथ ही उन विद्यार्थियों का भी स्वागत है जो एजुकेशनल स्टडीज़ या परामर्श सेवाओं में अनुसंधान करने के इच्छुक हैं।”
उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारे विद्यार्थी उन तरीकों को चुनौती दें जिन तरीकों से शिक्षा की नीतियों, प्रक्रियाओं और अभ्यास को वर्तमान समय में शिक्षा के पारंपरिक संस्थानों में समझा जाता है जिससे वे इस देश और दुनिया में सार्थक योगदान करने में समर्थ होंगे।”
इंदिरा महिन्द्रा स्कूल ऑफ एजुकेशन में सबसे अनूठी बात यह है कि यहां विद्यार्थियों को लिबरल आर्ट के दृष्टिकोण (अर्थशास्त्र, दर्शन शास्त्र, मनोविज्ञान, समाज शास्त्र, इतिहास, राजनीतिक विज्ञान और प्रबंधन) में प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है जिससे उन्हें यह समझने में मदद मिल सके कि ये एक दूसरे से कैसे जुड़े हैं जिसमें शिक्षा क्षेत्र काम करता है। इसके अलावा, यह स्कूल विभिन्न विकास संगठनों और सीएसआर पहल में काम कर रहे जमीनी स्तर के पेशेवरों को बुलाता है जो उदीयमान विद्यार्थियों के साथ शिक्षा के क्षेत्र में अपने अनुभव साझा करते हैं। इसके अलावा, यह शिक्षा के क्षेत्र में प्रख्यात राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय चिंतकों के साथ संवाद की सुविधा उपलब्ध कराता है।
इंदिरा महिन्द्रा स्कूल ऑफ एजुकेशन शिक्षा के क्षेत्र में वैश्विक अनुभव के लिए भारत में एक जबरदस्त स्थान होगा। इसलिए, इसके एमए एजुकेशन प्रोग्राम के लिए जरूर पंजीकरण कराएं।
अधिक जानकारी एवं आवेदन के लिए विद्यार्थी इस युनिवर्सिटी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं- इस दो वर्षीय प्रोग्राम के लिए ट्यूशन फीस प्रति वर्ष एक लाख रूपये है और आवेदन करने की अंतिम तिथि 5 जून, 2023 है। एमएम (एजुकेशन) में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का पहला बैच अगस्त, 2023 में शुरू हो रहा है। इस प्रोग्राम के लिए पात्रता के लिए आवश्यक है कि उम्मीदवार ने किसी भी विषय (विज्ञान या मानविकी या वाणिज्यि या लिबरल आर्ट या इंजीनियरिंग या प्रबंधन या शिक्षा) में स्नातक में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक प्राप्त किया हो। जिन विद्यार्थियों ने बीएड या बी.एल.एड न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक के साथ पूरा किया हो या जिन्होंने वैध सीयूसीईटी (पीजी) अंक प्राप्त किया है, वे भी आवेदन करने के पात्र हैं। युनिवर्सिटी पात्र उम्मीदवारों के लिए अध्यापन सहायता की दिशा में प्रति माह 18,000 रूपये का मानदेय प्रदान करेगी।