नई दिल्ली, फरवरी 2023: स्किल इंडिया मिशन के तहत माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के भारत के युवाओं के करियर के अवसरों को बढ़ावा देने के विज़न के तहत, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) प्रधानमंत्री नेशनल अप्रेन्टिसशिप मेला (पीएमएनएएम) 13 फरवरी, 2023 को देश भर के 200+ जिलों में आयोजित करने जा रहा है।
अप्रेन्टिसशिप ट्रेनिंग के माध्यम से स्थानीय युवाओं को प्रासंगिक अवसर प्रदान करने के लिए कई स्थानीय व्यवसायों और संगठनों को इस अप्रेन्टिसशिप मेले का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह आयोजन विभिन्न सेक्टर्स का प्रतिनिधित्व करने वाली कई कंपनियों की भागीदारी का गवाह बनेगा। भाग लेने वाले संगठनों के पास एक ही प्लेटफार्म पर संभावित अप्रेन्टिसों से मिलने और मौके पर ही आवेदकों को चुनने का मौका होगा, जिससे आवेदकों को अपनी आजीविका को मजबूत करने और नए कौशल सीखने का अवसर मिलेगा।
https://www.apprenticeshipindia.gov.in/पर जाकर मेले के लिए पंजीकरण करा सकते हैं और मेले के निकटतम स्थान का पता लगा सकते हैं। वे उम्मीदवार जो 5वीं से 12वीं पास हैं या जिनके पास कौशल प्रशिक्षण प्रमाणपत्र हैं या आईटीआई प्रमाणपत्र धारक हैं या डिप्लोमा धारक हैं या स्नातक हैं, वे इस अप्रेन्टिसशिप मेले में आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवारों को अपने रिज्यूमे की तीन प्रतियां, सभी मार्कशीट और प्रमाणपत्रों की तीन प्रतियां, फोटो पहचान पत्र (आधार कार्ड / ड्राइविंग लाइसेंस आदि) और तीन पासपोर्ट आकार के फोटो संबंधित स्थानों पर ले जाने होंगे। लोकेशन अप्रेन्टिसशिप मेला पोर्टल पर भी उपलब्ध हैं। जिन लोगों ने पहले ही नामांकन कर लिया है, उनसे सभी प्रासंगिक दस्तावेजों के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने का अनुरोध किया जाता है। इस मेले के माध्यम से, उम्मीदवार राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी) से मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र भी अर्जित करेंगे, प्रशिक्षण सत्रों के बाद उनकी रोजगार दर में सुधार होगा।
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने प्रधानमंत्री नेशनल अप्रेन्टिसशिप मेले पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, पीएमएनएएम के दौरान हमें युवाओं और प्रतिष्ठानों से जो प्रतिक्रिया मिल रही है उसे देखना उत्साहजनक है क्योंकि यह इस अवधारणा पर और जोर देती है कि अप्रेन्टिसशिप एजुकेशन-टू-वर्क ट्रान्जिशन के लिए सबसे अच्छा रास्ता है।साथ ही, केंद्रीय बजट 2023 ने अर्थव्यवस्था के लिए कौशल को प्राथमिकता देकर स्किल ईकोसिस्टम को भारी बढ़ावा दिया है। नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम के तहत 3 साल में 47 लाख युवाओं को वित्तीय सहायता देने के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के उपयोग सहित प्रमुख घोषणाएं अप्रेंटिसशिप की दिशा में एक उत्साहजनक कदम है।
देश में हर महीने के दूसरे सोमवार को अप्रेंटिसशिप मेलों का आयोजन किया जाता है, जिसमें चयनित व्यक्तियों को नए कौशल हासिल करने के लिए सरकारी मानदंडों के अनुसार मासिक स्टाइपेन्ड मिलता है। अप्रेंटिसशिप को कौशल विकास का सबसे टिकाऊ मॉडल माना जाता है और स्किल इंडिया मिशन के तहत इसे काफी बढ़ावा मिल रहा है।
सरकार अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग के माध्यम से प्रति वर्ष 10 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का प्रयास कर रही है और इस मिशन को पूरा करने के लिए पीएमएनएएम का उपयोग प्रतिष्ठानों और छात्रों की भागीदारी बढ़ाने के लिए एक प्लेटफार्म के रूप में किया जा रहा है। यह भाग लेने वाली कंपनियों में मौजूद विभिन्न अवसरों पर युवाओं को जागरूक भी कर रहा है।