एमएसएमई फर्मों को वित्त उपलब्ध कराने और अनुपालन खर्चे को कम करने के लिए फिनटेक फर्म आईरिस ने वायना के साथ हाथ मिलाया
मुंबई, 8 फरबरी, 2023: मुंबई मुख्यालय और बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध आईरिस बिज़नेस सर्विसेज आज घोषणा की कि उसने मध्यम एवं लघु व्यवसायों के जीएसटी अनुपालन बोझ को कम करने और अन्य वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में मदद करने के लिए भारत के सबसे बड़े आपूर्ति श्रृंखला वित्त प्लेटफार्मों में से एक ‘वायना’ के साथ साझेदारी की है। आईरिस ये दोनों सुविधाएं एक एप के जरिए उपलब्ध कराएगा।
एक ही स्थान पर समाधान “आईरिस पेरिडॉट प्लस” एमएसएमई यानि मध्यम एवं लघु व्यवसायों की फाइनेंस के बेहतर प्रबंधन के साथ साथ-साथ उनकी वित्त (फाइनेंस), अनुपालन, कॉमर्स और नकद प्रबंधन में भी सहायक होगा।
आईरिस बिज़नेस एक सास कंपनी है जो अनुपालन तकनीकी क्षेत्र के लिए 50 देशों में तकनीकी समाधान और सेवाएं प्रदान कर रही है। इसके साथ ही कंपनी उद्यमों के लिए सॉफ्टवेयर भी उपलब्ध कराती है जोकि उद्यमों को जीएसटी एवं अन्य कर अनुपालन के साथ-साथ चालान सम्बन्धी कार्यों को करने में सक्षम बनाता है।
भारत के सबसे बड़े आपूर्ति श्रृंखला वित्त प्लेटफॉर्मों में से एक ‘ वायना’ अभी तक 25 अलग-अलग क्षेत्रों (सेक्टर्स) में सेवारत 1000 से ज्यादा आपूर्ति श्रृंखलाओं के लिए दो लाख से अधिक एमएसएमई को 14 बिलियन डॉलर से ज्यादा का वित्त संभव कर चुकी है।
साझेदारी का उद्देश्य दोनों कंपनियों की विशेषताओं यानि आईरिस की अनुपालन निपुणता और वायना की वहनीय वित्त और नकदी प्रबंधन समाधान उपलब्ध कराने के क्षमता का मिलान है, जिससे व्यवसायों के लिए ‘आईरिस पेरिडॉट प्लस’ जैसा भरोसेमंद समाधान तैयार हुआ है।
साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए आईरिस के सह-संस्थापक एवं निदेशक (को-फाउंडर एवं डायरेक्टर) श्री के. बालाचंद्रन ने कहा, “आईआरआईएस नियामक अनुपालन रिपोर्टिंग को कारगर बनाने के प्रयासों में विश्व स्तर पर व्यवसायों और नियामकों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विशेष रूप से ई-चालान और जीएसटी फाइलिंग में भारत में हमारी विशेषज्ञता और बाजार नेतृत्व हमें करदाताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। वायना के साथ साझेदारी के जरिए हम एमएसएमई ग्राहकों के लिए नकद, अनुपालन और वित्त को एकीकृत करने व्यापक समाधान पेश कर प्रसन्न हैं। हमें विश्वास है कि हमारा क्रांतिकारी मोबाइल ऐप कनेक्टेड और डिजिटाइज्ड आपूर्ति श्रृंखला बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जो भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि और विकास में योगदान देगा।”
“हमें पूरा विश्वास है कि वायना के साथ हमारी साझेदारी इंडस्ट्री, खासकर एमएसएमई के लिए काफी मददगार साबित होगी,” बालाचंद्रन ने कहा।
इस अवसर पर वायना के संस्थापक और सीईओ राम अय्यर ने कहा, “वायना भारत में सबसे बड़ा सप्लाई चेन फाइनेंस (एससीएफ) प्लेटफॉर्म है। हमारे एससीएफ समाधान किसी भी व्यवसाय – क्रेडिट, कैश फ्लो, अनुपालन और वाणिज्य के लिए आवश्यक 4सी को पूरा करते हैं। छोटे व्यवसायों को ई-चालान के दायरे में लाकर अर्थव्यवस्था को औपचारिक बनाने के सरकार के प्रयासों के साथ-साथ लाखों एसएमई के लिए समय के अंदर कार्यशील पूंजी तक पहुंच के माध्यम से उन्हें बढ़ने में मदद का प्रभाव हम देख सकते हैं। आईरिस और हमारा फिनटेक समाधान हाइलोबिज मिलकर एमएसएमई क्षेत्र को अपने जीएसटी और ई-चालान अनुपालन को कनेक्टेड तरीके से सुव्यवस्थित और स्वचालित करने में मदद करेंगे, जैसे कि यह व्यापार करने में आसानी के साथ उन्हें क्रेडिट के लिए तैयार करता है।”