नयी दिल्ली, फरवरी, 2023: प्रोजेक्शन मैपिंग एवं विजुअलाइजेशन टेक्नोलॉजीज़ में विश्व की अग्रणी कंपनी बारको इंडिया ने नाथद्वारा में “स्टैच्यू ऑफ बिलीफ” या “विश्वास स्वरूपम” पर स्पेक्टकुलर प्रोजेक्शन मैपिंग की है। यह विश्व में भगवान शिव की सबसे ऊंची प्रतिमा है। सोलह एकड़ के भूखंड पर निर्मित और 369 फुट (या 112.5 मीटर) ऊंची प्रतिमा “स्टैच्यू ऑफ बिलीफ” वर्तमान में विश्व में पांचवी सबसे ऊंची प्रतिमा है।
शाम में आयोजित अभिभूत कर देने वाले इस साउंड एवं लाइट शो के जरिये शिव के वास्तविक तत्व और इस ब्रह्मांड के साथ उनका संबंध उजागर कर एक आध्यात्मिकता की ओर एक दिव्य मार्ग प्रदर्शित किया जाता है। इस प्रतिमा के मुख पर कथा के माध्यम से जीवन पर उपदेश देते हुए यह शो 30 मिनट तक चलता है और इसमें कुल 24 बारको यूडीएक्स 4के40 प्रोजेक्टर्स का उपयोग किया गया है जिसमें प्रत्येक प्रोजेक्टर 40,000 ल्यूमेन्स और 4के रिजोल्यूशंस डिलीवर करता है। यह भारत का अपनी तरह का पहला और एक फिक्स्ड प्रोजेक्शन मैपिंग शो के लिए भारत में 4,000 रिजोल्यूशन प्रोजेक्टरों की सबसे बड़ी तैनाती है। इस प्रतिमा के लिए प्रोजेक्शन डिजाइन एवं क्रियान्वयन एक्सिस थ्रडी स्टूडियोज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया है और मीडिया सर्वर एवं टेक्नोलॉजी घटक का प्रबंधन डेटाटन द्वारा किया गया है।
बारको इंडिया के प्रबंध निदेशक राजीव भल्ला के मुताबिक, “नाथद्वारा के “स्टैच्यू ऑफ बिलीफ” में प्रोजेक्शन मैपिंग का अनुभव विजुअलाइजेशन टेक्नोलॉजी में बारको की दक्षता एक चमकता प्रकाश है। इस प्रतिमा हा विशालकाय आकार और इसकी विविध आकृतियां इसे एक जादूई स्थिति प्रदान करती हैं, लेकिन बारको के यूडीएक्स 4के40 प्रोजेक्टर्स ने हमें तेज छवि और इस कलाकृति के लिए शानदार परिणाम पेश करने में समर्थ बनाया है। हमें इस बात की खुशी है कि इस पूरे अनुभव को लेकर दर्शकों की ओर से काफी सराहना मिल रही है और हम वर्ष 2023 और इससे आगे भी बारको के अत्याधुनिक प्रोजेक्शन मैपिंग सॉलूशन्स के जरिये इसी तरह के अनूठे अनुभव पेश किए जाने की उम्मीद करते हैं।”
मिराज के ग्रुप सीईओ संजय सिंह ने कहा, “स्टैच्यू ऑफ बिलीफ के बारे में जिस तरह से हम जानते हैं यह महज एक प्रतिमा नहीं है और ना ही इसे किसी सांकेतिक प्रतिनिधित्व के लिए तैयार किया गया है। बल्कि यह इस बात का एक प्रमाण है कि आस्था और विश्वास क्या हासिल कर सकते हैं। यह इतना प्रभावशाली है कि यह आपको स्वयं से क्यों पूछने को विवश कर देगा और आप महसूस करेंगे। श्री मदन पालीवाल ने विश्वास शब्द में विश्वास करने को राजी किया और मैं सर्वोत्तम की खोज पूरी करने के लिए उनका आभारी हूं और हमने बाकी कहानी कहने के लिए बारको को एक माध्यम के रूप में चुना।”
स्टैच्यू ऑफ बिलीफ देखने प्रतिदिन औसतन 3500 लोग आते हैं और सप्ताहांत पर 4500 से अधिक लोग इसे देखने आते हैं। इस प्रतिमा के आसपास के क्षेत्र में तीन हर्बल गार्डेन, एक जलाशय, संगीतमय फौव्वारा, लैंडस्केपिंग, एक एंफीथिएटर, एक फूड कोर्ट, हस्तशिल्प की दुकानें और बच्चों के लिए एक मनोरंजन पार्क मौजूद है।
बारको यूडीएक्स सीरीज के बारे में एक्सिस थ्रीडी स्टूडियोज़ के सीईओ अविजित समजदार ने कहा, “ये प्रोजेक्टर अपने रंगों के पहलू में अनंत संभावनाओं की पेशकश करते हैं। यह जानते हुए कि सतह का पेंट एक चुनौती पैदा करेगा और त्रुटि के लिए बहुत कम गुंजाइश है, हमने वार्म टोन के जरिये कूल से सही और सटीक रंगों को उतारने की यूडीएक्स की क्षमता का उपयोग किया। इसने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया जोकि शानदार रहा। कंटेंट डिजाइनिंग कुछ और नहीं बल्कि ज्यामिति और रंगों के सार के साथ चालाकी से खेलना और इसे किस्सागोई में पिरोना है जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो सकें। दर्शकों की प्रतिक्रिया के आधार पर मुझे खुशी है कि हम यह जादूई असर पैदा करने में सफल रहे।”
डेटाटन के क्षेत्रीय बिक्री प्रबंधक (एपीएसी) अशोक शर्मा ने कहा, “हमें इस तरह के प्रतिष्ठित स्थापना में शामिल किए जाने का बहुत गर्व है। डेटाटन वाचआउट भारत में इस तरह के प्रभावशाली प्रोजेक्शन मैपिंग के लिए जरूरी है जहां विश्वसनीयता एवं पिक्सल की शुद्धता सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। हम प्रोजेक्शन मैपिंग के साथ स्टैच्यू ऑफ बिलीफ को जीवंतता प्रदान करने में एक्सिस थ्रीडी स्टूडियोज में हमारे मित्रों और बारको टीम के साथ एक बार फिर सहयोग कर प्रसन्न हैं।”
इस प्रतिमा के आंतरिक हिस्से में एक प्रदर्शनी हॉल और दर्शक दीर्घा शामिल है जहां एलीवेटर्स के जरिये दर्शक पहुंच सकते हैं। इस क्षेत्र को 65 बारको जी62-डब्ल्यू11 प्रोजेक्टर्स जिसमें 11,000 ल्यूमेन्स की चमक है, की स्थापना के जरिये तल्लीनता भरे दृश्यों के साथ एक अनुभव केंद्र में विकसित किया जा रहा है।