Skip to content
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • जनरल न्यूज
  • दखल
  • गेस्ट राइटर

एसरी इंडिया ने कार्बन फुटप्रिंट अवेयरनेस ऐप लांच किया

राष्ट्रीय
/
January 4, 2023

नई दिल्ली, जनवरी, 2023- भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) सॉल्यूशंस की अग्रणी कंपनी एसरी इंडिया ने व्यक्तिगत स्तर पर कार्बन उत्सर्जनकेबारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हिंदी और अंग्रेजी में आज एक ऐप लांच किया। कार्बन जागरूक या CarbonAware ऐप नागरिकों को उनकेकार्बन उत्सर्जन का अनुमान लगाने और उसमें कमी लाने में समर्थ बनाता है। यह एप्लीकेशन इस्तेमाल में एकदम आसान है। इसमें यूज़र को लॉग इनकरने की जरूरत नहीं पड़ती और साथ ही इसमें व्यक्तिगत सूचना नहीं डालनी पड़ती।
यह घोषणा कार्बन को लेकर संवेदनशील व्यवहार के जरिये एक सस्टेनेबिल जीवनशैली को प्रोत्साहित करने के एसरी इंडिया के प्रयास का हिस्सा है।इस ऐप से सामुदायिक स्तर पर कार्बन उत्सर्जन के कारणों का अनुमान लगाने में मदद मिलेगी। एसरी इंडिया स्थानीय प्रशासन के साथ इस आंकड़े कोसाझा करने कीयोजना बना रही है ताकि वे नागरिकों को अवगत कराने के उपाय कर सकें।हर बार जब हम कार या विमान यात्रा करते हैं या एकइलेक्ट्रिकल एप्लायंस का उपयोग करते हैं तो ऐसी गैस उत्पन्न होती हैं जो ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ावा देतीहैं। यह CarbonAware ऐप एसरी इंडियाकी एक पहल है जिससे प्रत्येक व्यक्ति को यह समझने में मदद मिलेगी कि हम व्यक्तिगत स्तर पर कितना कार्बन उत्सर्जन कर रहे हैं और इसे घटाने केलिए हम क्या कर सकते हैं।
एसरी इंडिया के प्रबंध निदेशक अगेन्द्र कुमार के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के सबसे बुरे प्रभावों, जैसे सूखा, बाढ़ और प्रजातियों के खत्म होने जैसीविपदाओंसे बचने के लिए वर्ष 2050 तक वैश्विक कार्बन डाय ऑक्साइड को शून्य स्तर पर लाना ही एक मार्ग है। हमारा CarbonAware ऐपहमारी सस्टेनेबिलिटी यात्रा में एक अहम कदम है जिसका लक्ष्य कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने में लोगों की मदद करना है। इससे लोगों को पर्यावरणसचेत जीवनशैली के माध्यम सेअधिक पर्यावरण अनुकूल एवं सस्टेनेबिल जीवन की ओर बढ़ने में मदद मिलेगी।इस अभियान में शामिल होने में यूज़र्सके प्रयासों की सराहना करने और उनके कार्बन उत्सर्जन को समझने के लिए यह ऐप अंत में एक प्रमाण पत्र डाउनलोड करने का भी विकल्प देती है।ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करना पेरिस समझौते का मुख्य लक्ष्य था, आईपीसीसी की हाल की रिपोर्ट मेंइस बात पर जोरदिया गया है कि वर्ष 2030 तक वैश्विक स्तर पर ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम से कम 43 प्रतिशत घटाना होगा। एसरी इंडिया की यह ऐपकार्बनउत्सर्जन की जागरूकता बढ़ाने और 2070 तक शून्य स्तर पर लाने की भारत की प्रतिबद्धता में योगदान के लिए एक ठोस कदम है।

पिछला गुरु गोविन्द सिंह : हिन्दू धर्म और संस्कृति के रक्षक एक महान योद्धा अगला BLS International signed a strategic partnership with Futopia Pvt. Ltd.

Leave a Comment Cancel reply

Recent Posts

  • आईआईटी मंडी ने अपने एमबीए डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम के 2025-27 बैच के लिए आवेदन आमंत्रित किए
  • समाज सुधारक युग प्रवर्तक सच्चे हिंदुत्व के मसीहा कर्म योगी सभी वर्गो चहेते स्वामी विवेकानंद
  • टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कर्नाटक में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकारी टूल रूम और प्रशिक्षण केंद्र के साथ समझौता किया
  • आज का राशिफल व पंचांग : 11 जनवरी, 2025, शनिवार
  • इंसानों की तस्करी की त्रासदी वाला समाज कब तक?

संपादक की पसंद

Loading...
गेस्ट राइटर

गांव, गरीब और किसान की सुुध लेता बजट

February 2, 2018
Loading...
दखल

पिज्जा खाने से रुकी किरपा आ जाती है

December 14, 2024
दखल

पाकिस्तान सम्भले अन्यथा आत्मविस्फोट निश्चित है

February 20, 2023
दखल

श्रद्धा जैसे एक और कांड से रूह कांप गयी

February 16, 2023
दखल

अमृत की राह में बड़ा रोड़ा है भ्रष्टाचार

February 8, 2023
दखल

सामाजिक ताने- बाने को कमजोर करती जातिगत कट्टरता

February 4, 2023

जरूर पढ़े

Loading...
गेस्ट राइटर

गांव, गरीब और किसान की सुुध लेता बजट

February 2, 2018
© 2025 • Built with GeneratePress