नई दिल्ली, दिसम्बर, 2022: इंडिया हनी अलायन्स (आईएचए) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी एण्ड एंटरेप्रेन्युरशिप मैनेजमेन्ट (एनआईएफटीईएम) ने भारत में शहद प्रणाली को सशक्त बनाने के लिए साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत शहद की टेस्टिंग प्रणाली, अनुसंधान एवं डेटा विश्वलेषण, प्रशिक्षण सुविधाओं को सशक्त बनाने का प्रयास किया जाएगा।
इस दीर्घकालिक साझेदारी के तहत दोनों संगठन खाद्य सुरक्षा में वैज्ञानिक प्रणाली के निर्माण के लिए काम करेंगे, देश में खाद्य सुरक्षा एवं मधुमक्खी पालन उत्पादों के पोषण को सुनिश्चित करेंगे। एनआईएफटीईएम को हाल ही में राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा दिया गया था, जो अपने अकादमिक प्रशिक्षण केन्द्र के माध्म से मधुमक्खी पालन एवं शहद समुदायों तथा एफबीओ को प्रशिक्षण देगा। शहद उद्योग से जुड़े सभी उत्पादों के लिए सशक्त वैज्ञानिक प्रणाली के निर्माण में सहयोग प्रदान करेगा
डॉ चिंदी वासुदेवप्पा, वाईस चांसलर, एनआईएफटीईएम ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि आईएचए के साथ यह साझेदारी देश में शहद प्रणाली को सशक्त बनाने में सहयोग प्रदान करेगी। आईएचए के साथ मिलकर हम भारतीय शहद उद्योग की गुणवत्ता, प्रमाणिकता एवं सुरक्षा में नए बेंचमार्क स्थापित करेंगे। हम एक साथ मिलकर इस महत्वपूर्ण विषय पर जागरुकता गतिविधियों का आयोजन भी करेंगे, जिससे हितधारकों में जानकारी के प्रसार को बढ़ावा मिलेगा।’’
इसके अलावा, एनआईएफटीईएम में इंटरनेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स इन फूड सेफ्टी एण्ड क्वालिटी, शहद की प्रमाणिकता की जांच में दक्षता हासिल करने के लिए आईएचए में नेशनल रेफरेन्स लैबोरेटरी के रूप में काम करेगा। एनआईएफटीईएम एक संयुक्त सर्टिफिकेशन प्रोग्राम के माध्यम से शहद मूल्य श्रृंखला के सभी क्षेत्रों में कंटेंट के विकास और प्रशिक्षण क संचालन के लिए अकादमिक साझेदार के रूप में भी काम करेगा।
इस अवसर पर श्री दीपक जॉली, सचिवालय, आईएचए ने कहा, ‘‘भारत के शहद उद्योग में विकास की अपार संभावनाएं हैं। हालांकि हम सेक्टर में उपलब्ध अवसरों को पूरा लाभ उठाने में सक्षम नहीं हैं और इस खंडिंग उद्योग को संगठित बनाने के लिए हमें लम्बी दूरी तय करनी है। इस क्षेत्र में प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण, टेस्टिंग के तरीकों को बेहद बनाने तथा गुणवत्ता एवं प्रमाणिकता को सुनिश्चित करने की दिशा में कई चुनौतियां हैं। एनआईएफटीईएम के साथ हमारी यह साझेदारी ऐसे कई मुद्दों का समाधान करेगी। हमें उम्मीद है कि यह साझेदारी आईएचए और एनआईएफटीईएम दोनों के लिए कारगर साबित होगी।’’
एनआईएफटीईएम सुविधओं का उपयोग आईएचए द्वारा प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में किया जाएगा, जहां लैबोरेटरी कर्मचारियों एवं फूड एनालिस्ट्स के लिए विभिन्न प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का संचालन होगा। इस तरह यह केन्द्र विभिन्न पाठ्यक्रमों एवं मोड्यूल्स के लिए प्रशिक्षण साझेदार की भूमिका निभाएगा। देश के शहद उद्योग में पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षित एवं प्रमाणित शहद पालक पेशेवरों के विकास को सुनिश्चित करना इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य है। इसके अलावा आईएचए, उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए मधुमक्खी पालन पार्क की स्थापना के लिए एनआईएफटीईएम को सहयोग भी प्रदान करेगा।