
राह के भिखारियों को दान देकर,
फिर हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते हुए
मांगते हो ईश्वर से भिखारी बनकर।
वाह रे ! दान-पुण्य करने वालों
बड़े अजीब है तुम्हारे विश्वास,
कुछ खोकर अधिक पाने की
इच्छाओं को रखते हो ईश्वर के पास।
गोपाल नेवार,’गणेश’,
सलुवा खड़गपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, पश्चिम बंगाल ।
9832170390.