
जाते-जाते कुछ तकलीफ़ तो कुछ सीख दे गए,
यह साल लौटकर दोबारा आएंगे नहीं कभी भी
इसी बात ने हमारे दिल को दुखित कर गए।
आने वाले साल की दिल से स्वागत करते हैं
2025 साल आयें है अब हमारी ज़िन्दगी में,
इस नये साल से यहीं उम्मीद लगाए हुए हैं
कभी भी बुरे दिन ना आएं हमारी ज़िन्दगी में।
गोपाल नेवार