आर्यिका रत्न 105 श्री स्वस्ति भूषण जी के पावन सानिध्य तले अजमेर के भजन गायक संदीप बोहरा द्वारा रचित भजन गीतमाला मुनिसुव्रतनाथ भजन भावांजलि का विमोचन जहाजपुर स्वस्ति धाम तीर्थ पर हुआ भजन माला में तीर्थ स्वस्ति धाम के मुनिसुव्रतनाथ भगवान पर भजनों की सुंदर रचना की गई हे भजनों में जहाजपुर तीर्थ के अतिशय एवं चमत्कार का सुंदर भाव में उल्लेख हुआ है इस अवसर पर स्वस्ति भूषण माताजी ने कहा कि भारत के सभी जैन तीर्थ में सबसे अधिक जल्दी निर्मित होने वाला यह तीर्थ है जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु गण आते हैं और अपनी भावनाओं को प्रभु के श्री चरणों में रखते हैं माताजी ने कहा कि इस भजन भगवांजलि के माध्यम से प्रभु की महिमा को सुंदरतम रूप दिया गया है विमोचन के समय जहाजपुर तीर्थ के सभी ट्रस्टी गण भी उपस्थित थे पूर्व में अजमेर के भजन गायक संदीप बोहरा की यह कहां है मेरे मन में भजन पुस्तिका भी प्रकाशित हुई एवं विश्व प्रसिद्ध पारस प्यारा लागो भजन को अपनी आवाज में गाकर अलग पहचान संपूर्ण भारत की जैन समाज में बनाई है पूज्य माताजी ने संदीप बोहरा को इस अवसर पर आशीर्वाद प्रदान किया भजन गायक संदीप बोहरा ने बताया की इन सभी भजनों को स्टूडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से गाकर सभी तक पहुंचाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इन भजनों का आनंद ले सके