अजमेर लेखिका मंच एवं सामाजिक सेवा संस्थान का वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह रविवार को फ़ूड कोर्ट के खचाखच भरे सभागार में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के प्रारंभ में अजमेर लेखिका मंच की संस्थापिका
डॉ मधु खंडेलवाल ने गत वर्ष आयोजित गतिविधियों एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं पर प्रकाश डालते हुए सभी उपस्थित साहित्यकारो का परिचय दिया ।।
अतिथियों के सम्मान के साथ ही कविता अग्रवाल द्वारा अजमेर लेखिका मंच की विभिन्न गतिविधियों तथा
कार्यकर्मों की विस्तृत चर्चा एवं परिचय सदन के सामने रखा गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जयपुर से पधारे विख्यात लेखक एवं आलोचक, पूर्व अपर महानिदेशक दूरदर्शन डी डी श्रीमान कृष्ण कल्पित रहे ।।
कार्यक्रम की अध्यक्षता, राजस्थान साहित्य अकादमी के सचिव, डॉक्टर बसंत सिंह सोलंकी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं, जिला शिक्षा अधिकारी व साहित्यकार कालिंद नंदिनी शर्मा एवं शिक्षा विद् मेयो कॉलेज हिंदी विभाग अजमेर की तृप्ति पारीक ।। कार्यक्रम में अजमेर लेखिका मंच की रचनाकारों के अलावा स्थानीय एवं आसपास के विभिन्न साहित्यिक विभूतियाँ ने भी भागीदारी की।
अजमेर लेखिका मंच द्वारा विभिन्न विषयों पर वर्ष 2024 में प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी।उनके विजेताओं को पुरस्कार वितरण किया गया ।
होली पर की गई प्रतियोगिता में विजेता -प्रथम, द्वितीय व तृतीय क्रमशः पायल गुप्ता,भारती राठौड़,माया शर्मा रहीं।
माॅं संतोष गुप्ता साहित्य सम्मान प्रतियोगिता की विजेता
प्रथम, द्वितीय व तृतीय क्रमशः प्रमिला शर्मा ,तस्दीक अहमद खान व महेश कुमार रहे।
सांत्वना पुरस्कार-प्रेरणा सारवान , लक्ष्मण शर्मा को दिया गया।
मातृ दिवस के अवसर पर की गई प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल द्वारा घोषित परिणामों में
प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार क्रमशः भावना शर्मा ,काजल खत्री , पुष्पा शर्मा ‘कुसुम’ रहे।
तीन प्रोत्साहन पुरस्कार क्रमशः डॉ महिमा श्रीवास्तव,कंचन राठौड़ व डाॅ. अंजू अग्रवाल ‘लखनवी’
को दिए गए ।
प्रथम, द्वितीय व तृतीय विजेताओं को क्रमशः 1100, 700 व 500 की नक़द राशि एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया ।। सांत्वना पुरस्कार विजेताओं को 300 रुपए की नक़द राशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए ।
मजदूर दिवस पर आयोजित प्रतियोगिता में निर्णायकों द्वारा द्वारा
प्रथम, द्वितीय व तृतीय क्रमशः प्रतिभा जोशी,अनुकृति माथुर, व डॉ अंजू अग्रवाल लखनवी एवं नीरू राव रहे।
प्रोत्साहन पुरस्कार-अनीता गंगाधर शर्मा को दिया गया।
पितृ दिवस प्रतियोगिता विजेता
प्रथम, द्वितीय व तृतीय क्रमशः डॉ. महिमा श्रीवास्तव,डॉ. छाया शर्मा ,प्रतिभा जोशी रही।
अजमेर लेखिका मंच द्वारा रक्षाबंधन पर्व पर आयोजित कहानी प्रतियोगिता प्रतिभागियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जिसमें निर्णायक मंडल द्वारा
प्रथम, द्वितीय व तृतीय क्रमशः लता शर्मा निहान,
सत्यरूपा तिवारी,व_शुभदा भार्गव रहे।।
वर्ष 2024 स्वामी दयानंद सरस्वती वर्ष होने के क्रम में अजमेर लेखिका मंच द्वारा “स्वामी दयानंद सरस्वती के जीवन दर्शन में साहित्य में आर्य भाषा का उपयोग”
के संदर्भ में एक आलेख आमंत्रित किया गया था जिसमें कई प्रतिभागियों ने भाग लिया जिन्हें प्रशस्ति पत्र व मोमेंटो तो देकर सम्मानित किया गया
जिसमें क्रमशः
पुष्पा क्षेत्रपाल,माया शर्मा,प्रतिभा जोशी,
मंजू माथुर,अनुकृति माथुर, ,दीप शिखा क्षेत्रपाल,नीरू राव,शुभदा भार्गव,डॉ. छाया शर्मा,रिंकी माथुर,रश्मि आनंद,लता शर्मा रहे ।।
।कार्यक्रम का सफल संचालन शिल्पा अग्रवाल एवं कविता अग्रवाल द्वारा किया गया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमान कृष्ण कल्पित ने
इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि साहित्य के वर्तमान परिवेश में क्या लिखा जा रहा है!! और वस्तुतः क्या लिखा जाना चाहिए पर अपनी टिप्पणी देते हुए कहा कि आज का लेखन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से प्रभावित है । साथ ही यह भी कहा कि 90 से पहले महिलाएं लेखन से इतनी नहीं जुड़ी हुई थी लेकिन आज के दौर में महिलाएं साहित्य एवं लेखन में अपनी पहचान छोड़ती जा रही है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ बसंत सिंह सोलंकी ने अपने वक्तव्य में राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा विभिन्न पुरस्कार एवं लेखकों को दी जाने वाली सुविधाओं पर एक विस्तृत रिपोर्ट रखी । सभी विजेताओं को बधाई देते हुए डॉ सोलंकी ने अजमेर लेखिका मंच के प्रयासों को , एवं मॉरीशस विश्व हिंदी सचिवालय एवं गवर्नर से मुलाकात की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने कहा सभी लेखिकाएं प्रतिभावान है, वे अपने साहित्य सफ़र में निरंतर आगे बढ़ रही है एवं हमारा सहयोग हमेशा उनके साथ रहेगा।
विशिष्ट अतिथि कालिंद नंदिनी शर्मा व तृप्ति पारीक जी थी। लेखिका मंच को बधाई देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी कालिंद नंदिनी के अनुसार यदि हमें साहित्य में अच्छा लेखन करना है तो हमें पढ़ने की प्रवृत्ति और आदत पर जोर देना रहेगा एवं निरंतर पढ़ते रहना अच्छा साहित्य साथ रखना एक अच्छे लेखन के लिए आवश्यक है ।।
वही मेयो कॉलेज हिंदी विभाग की प्रोफेसर तृप्ति पारीक के मुताबिक इतिहास के पन्नों में दर्ज साहित्य एवं आज का साहित्य जिस अंतराल एवं भेद से गुजर रहा है उस पर हमें एक संवेदनशील और मूल्यांकन दृष्टि से देखते हुए आगे बढ़ना होगा एवं उपयुक्त समसामयिक लेखन से समाज को परिवर्तन की एक नई दिशा भी देनी होगी ।।
कार्यक्रम में अजमेर शहर के गणमान्य साहित्यकार श्री रास बिहारी जी गौड़, डॉ बृजेश माथुर, श्री गोपाल माथुर ,तस्दीक अहमद जी, गौरव दुबे, बाल साहित्यकार गोविंद भारद्वाज, सादिक अजमेरी ने भी अपनी रचनाओं एवं उद्बोधन से कार्यक्रम को ऊंचाई दी। अजमेर लेखिका मंच की डॉभारती प्रकाश , डॉ नंदिता रवि चौहान, खुशबू राठोर ,पायल गुप्ता ,काजल, पुष्पा क्षेत्रपाल ,उपस्थित रही।
कार्यक्रम के अंत में डॉ नलिनी उपाध्याय ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी को अजमेर लेखिका मंच के भविष्य में होने वाली विभिन्न योजनाओं की संक्षिप्त जानकारी भी दी ।।
