Skip to content
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • जनरल न्यूज
  • दखल
  • गेस्ट राइटर

अमराई काव्योत्सव – 2024 में बही काव्य की रसधारा

राजस्थान
/
December 23, 2024
जयपुर । अमराई काव्योत्सव – 2024 में काव्य की रसधारा बही
अमराई संस्था ने 2024 का वार्षिक काव्योत्सव महिमा आईरिस के हॉल में धूमधाम से मनाया। इस आयोजन में साहित्य के प्रति समर्पित कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से काव्य की विविध विधाओं और रसों को जीवंत किया।
विशिष्ट अतिथि समाजसेवी सुधीर माथुर, वरिष्ठ साहित्यकार मायामृग, एन एल शर्मा, नरेंद्र लाटा और अमराई के अध्यक्ष साकार श्रीवास्तव ‘फ़लक’ ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर  पर अतिथियों ने अमराई की स्मारिका का विमोचन किया। काव्य सत्र में नरेंद्र लाटा, एल एन शर्मा, रोहित कृष्ण नंदन, मायामृग, शिवानी, कंचना सक्सेना, गौरव अग्रवाल, विनय अंकुश, अरुण ठाकर, चन्द्र प्रकाश दायमा, शैफाली चौहान और अन्य रचनाकारों ने अपनी रचनाओं से समां बांधा एवं साधिका ने सुमधुर गीतों और ग़ज़लों से कार्यक्रम में चार चांद लगाए।इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के तहत अतिथियों को स्मृति चिन्ह के रूप में पौधे भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
अमराई संस्था साहित्य और कला के क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्य करती है। संस्था का उद्देश्य साहित्यिक व कलात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देना और युवा लेखकों को मंच प्रदान करना है। अमराई के संस्थापक अध्यक्ष साकार श्रीवास्तव ने कहा कि, “काव्योत्सव में सभी कवियों ने अपनी रचनाओं से मन मोह लिया। इस तरह के आयोजन साहित्यिक वातावरण को समृद्ध करते हैं। सलोनी क्षितिज ने कार्यक्रम का कुशलतापूर्वक संचालन किया।
पिछला साधारण परिवार में जन्मी प्रियंका कस्वां ने किया अपने गांव का नाम रौशन अगला उद्यमी एवं समाजसेवी लक्ष्मी निवास झुनझुनवाला को मिला *पहला बाराहठ त्रिमूर्ति सम्मान*

Leave a Comment Cancel reply

Recent Posts

  • आईआईटी मंडी ने अपने एमबीए डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम के 2025-27 बैच के लिए आवेदन आमंत्रित किए
  • समाज सुधारक युग प्रवर्तक सच्चे हिंदुत्व के मसीहा कर्म योगी सभी वर्गो चहेते स्वामी विवेकानंद
  • टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कर्नाटक में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकारी टूल रूम और प्रशिक्षण केंद्र के साथ समझौता किया
  • आज का राशिफल व पंचांग : 11 जनवरी, 2025, शनिवार
  • इंसानों की तस्करी की त्रासदी वाला समाज कब तक?

संपादक की पसंद

Loading...
गेस्ट राइटर

गांव, गरीब और किसान की सुुध लेता बजट

February 2, 2018
Loading...
दखल

पिज्जा खाने से रुकी किरपा आ जाती है

December 14, 2024
दखल

पाकिस्तान सम्भले अन्यथा आत्मविस्फोट निश्चित है

February 20, 2023
दखल

श्रद्धा जैसे एक और कांड से रूह कांप गयी

February 16, 2023
दखल

अमृत की राह में बड़ा रोड़ा है भ्रष्टाचार

February 8, 2023
दखल

सामाजिक ताने- बाने को कमजोर करती जातिगत कट्टरता

February 4, 2023

जरूर पढ़े

Loading...
गेस्ट राइटर

गांव, गरीब और किसान की सुुध लेता बजट

February 2, 2018
© 2025 • Built with GeneratePress