पटना: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और गृहमंत्री अमित शाह पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विचारों और उनकी अस्मिता का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया है। बसपा के बिहार प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने शनिवार को पार्टी के पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि अमित शाह ने संसद में बाबा साहब के साथ असम्मानजनक व्यवहार किया, जो देश के लोकतंत्र और संविधान के मूल्यों पर चोट है।
अनिल कुमार ने कहा, “बाबा साहब ने जिस बहुजन समाज को आजाद पक्षी की तरह स्वतंत्रता दिलाई, आज उसी के विचारों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में जो बयान दिया, वह बाबा साहब की आइडियोलॉजी का अपमान है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा अब तक इसके लिए माफी मांगने को तैयार नहीं है।”
बहुजन समाज पार्टी ने ऐलान किया है कि 24 दिसंबर को पूरे बिहार के जिला मुख्यालयों पर भाजपा और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा। अनिल कुमार ने कहा कि जब तक भाजपा और अमित शाह अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगते, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। हम बाबा साहब की अस्मिता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा के इस कृत्य के खिलाफ बसपा हर स्तर पर आवाज उठाएगी। हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक भाजपा बाबा साहब के अपमान पर माफी नहीं मांगती।
अनिल कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चिराग पासवान और जीतन राम मांझी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार और चिराग पासवान, जिनकी राजनीति की नींव बाबा साहब के विचारों पर टिकी है, आज भाजपा के साथ गलबहियां कर रहे हैं। ये लोग बाबा साहब के अपमान पर चुप क्यों हैं? चिराग, जो खुद को दलितों का हितैषी कहते हैं, इस मुद्दे पर सवाल क्यों नहीं उठा रहे?” उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा, जिसने बाबा साहब का अपमान किया है, अब तक इस पर माफी नहीं मांग पाई है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी सत्ता के लिए संविधान और बाबा साहब के विचारों की अनदेखी करती आई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा में जिस तरह से बहुजन समाज के आदर्श बाबा साहब के विचारों को दरकिनार किया गया, वह भाजपा की नीयत को उजागर करता है। अनिल कुमार ने कहा कि यह केवल बहुजन समाज का नहीं, बल्कि पूरे देश के संविधान का अपमान है। उक्त अवसर पर केंद्रीय प्रदेश प्रभारी एडवोकेट सुरेश राव, नर्मदा प्रसाद अहिरवार, प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो, प्रदेश सचिव राजकुमार राम इत्यादि मौजूद रहे।