नई दिल्ली, मई 2023: कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के नॉलेज और इम्प्लीमेन्टेशन पार्टनर राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी), ने भारत की पहली सोलर कार रैली, आईएसआईई- इलेक्ट्रिक सोलर व्हीकल चैंपियनशिप – ईएसवीसी 3000 आयोजित करने के लिए ईवी स्किल डेवलपमेन्ट में भारत के अग्रणी संगठनों में से एक इंपीरियल सोसाइटी ऑफ़ इनोवेटिव इंजीनियर्स (आईएसआईइंडिया) के साथ साझेदारी की। वर्ल्ड सोलर चैलेंज की थीम पर आयोजित इस इवेंट में ग्रेटर नोएडा के गलगोटिया विश्वविद्यालय से तीन दिनों में 350 से अधिक किमी की दूरी तय की गई।
इस सोलर वाहन चैंपियनशिप ने लोगों में जागरूकता पैदा की और इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने, अपस्किलिंग, सड़क सुरक्षा और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दिया। 25 से अधिक प्रमुख संस्थानों और 18 राज्यों के 1500 से अधिक इंजीनियरिंग स्नातकों को इस इवेन्ट में अपस्किल किया गया। छात्रों ने गलगोटिया विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा से आगरा तक तीन दिनों में 350 किमी से अधिक की दूरी तय करते हुए एक ऑन-रोड रैली में अपने स्वयं के डिजाइन और निर्मित सोलर वाहनों का प्रदर्शन किया।विद्यावर्धनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (मुंबई), सिंहगढ़ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (पुणे) और पिमरी चिंचवाड़ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (पुणे) क्रमशः विजेता, उपविजेता और द्वितीय उपविजेता के रूप में जीते।
14 अप्रैल को इस इवेन्ट का उद्घाटन समारोह श्री ध्रुव गलगोटिया (सीईओ, गलगोटिया विश्वविद्यालय), श्री विनोद गुप्ता (प्रेसिडेन्ट, आईएसआईईइंडिया), प्रो.प्रकाश जोशी (संस्थापक और ज्वॉइन्ट मैनेजिंग ट्रस्टी, एमआईटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस), डॉ. के. सी. वोरा (एमेरिटस प्रोफेसर, सीओईपी टेक्निकल विश्वविद्यालय), श्री प्रवीण कुमार (सीनियर एच आर ऑफिसर), श्री अमित सिंह (कस्टमर सक्सेस मैनेजर, अल्टेयर इंजीनियरिंग), श्री अक्षय कुमार (हेडबिजनेस डेवलपमेंट, ई फिल इलेक्ट्रिक एंड चार्जिंग सॉल्यूशन) और अन्य उद्योग और अकादमिक प्रतिनिधि की उपस्थिति में हुआ था।
इसके अतिरिक्त, इस इवेन्ट ने रैली के माध्यम से इलेक्ट्रिक वाहनों से संबंधित क्षेत्रों में एक महत्वपूर्ण प्रभाव स्थापित किया, जो भारत भर के छात्रों को नई तकनीकों और नवीकरणीय ऊर्जा में अपने कौशल को सीखने और सुधारने, ई-मोबिलिटी और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए एक प्लेटफार्म देता है। रैली ने नवोदित इंजीनियरों को रियल लाइफ़ एप्लीकेशन से जूझने और उनके पारस्परिक कौशल और आत्मविश्वास को बढ़ाने के अलावा डिजाइन, एनालिसिस और प्रॉब्लम सॉल्विंग से संबंधित कौशल में सुधार करने में सक्षम बनाया।
संजीवा सिंह, (एग़्ज़ीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेन्ट, एनएसडीसी और सीएफओ, एनएसडीसी इंटरनेशनल) ने कहा, “भारत ने पहले ही अपने क्लाइमेट चेन्ज के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है। साथ ही, केंद्रीय बजट 2023-2024 में सरकार की सात प्राथमिकताओं में से एक के रूप में ग्रीन ग्रोथ के महत्व पर प्रकाश डाला गया है और इस महत्वाकांक्षी दृष्टि को आगे बढ़ाते हुए, एनएसडीसी भारत के उभरते हुए क्षेत्रों और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में क्षमताओं के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि भारत की पहली सोलर कार रैली- इलेक्ट्रिक सोलर व्हीकल चैंपियनशिप- 3000 क्लाइमेट जस्टिस में एक मजबूत नींव रखना जारी रखेगी और भारत में ग्रीन जॉब के लिए एक ठोस समझ को बढ़ाएगी।मैं इंपीरियल सोसाइटी ऑफ इनोवेटिव इंजीनियर्स (आईएसआईईइंडिया) और गलगोटिया विश्वविद्यालय को इस चैलेन्ज के आयोजन के लिए और ग्रीन ट्रान्जिशन का हिस्सा बनने के लिए बधाई देता हूं जो भारत के युवाओं के लिए उज्ज्वल संभावनाएं पैदा कर रहा है और हम इस पहल में नॉलेज पार्टनर के रूप में यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारी प्रतिभा इस ग्रीन ग्रोथ के लिए तैयार हो।
विनोद गुप्ता, (फाउन्डर और प्रेसिडेन्ट, आईएसआईईइंडिया) ने कहा, “आईएसआईईइंडिया एक प्रभाव और ईकोसिस्टम बना रहा है। रैली का परिणाम बहुत प्रभावशाली है यानी ईवी अपनाने और सड़क सुरक्षा के लिए 2 करोड़ से अधिक लोग सामने आए हैं और भारत के 18 राज्यों के 1500 से अधिक इंजीनियरिंग स्नातक अपस्किल हुए हैं।
ध्रुव गलगोटिया, (सीईओ, गलगोटिया यूनिवर्सिटी) ने कहा, “हमारे विश्वविद्यालय में भारत के शीर्ष विश्वविद्यालयों के 1500 से अधिक इंजीनियरिंग छात्रों की मेजबानी करना खुशी की बात है। हम युवा इनोवेटर को हमेशा सपोर्ट देते हैं और उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्लेटफार्म प्रदान करते हैं। ये भारत के भावी इंजीनियर और उद्यमी हैं । ईवीएससी3000 सीखने और कौशल विकास के लिए एक इनोवेटिव अप्रोच है।
इस इवेंन्ट को एनएसडीसी, मिशेलिन इंडिया, अल्टेयर इंजीनियरिंग, रॉ प्रेसरी, ईजीमायट्रिप, ई फिल इलेक्ट्रिक, जेएस डिजाइन, स्किल रिपोर्टर, मोबिलिटी आउटलुक, ई व्हीकल इंफो, एडगो कार्ट्स और जूनोफास्ट सहित स्पॉन्सर और पार्टनर का सपोर्ट मिला।
ईवीएससी3000 ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए इंजीनियरिंग संस्थानों के बीच एक प्रतिस्पर्धी माहौल बनाने में मदद की और छात्रों ने अत्यधिक ड्यूरेबल, इनोवेटिव सोलर इलेक्ट्रिक वाहन बनाने में अपने क्लास के कॉन्सेप्ट को व्यावहारिक रूप से लागू करना सीखा। जैसे ही रैली प्रमुख शहरों से गुज़री, इसने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में एक प्रभाव और रुचि पैदा की और ई-वाहनों को अपनाने में मदद की।