नई दिल्ली, जनवरी 2023: कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई), केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और उद्योगों में कुशल और भविष्य के लिए तैयार कार्यबल की आवश्यकता को पूरा करने हेतु एक मजबूत अप्रेन्टिसशिप ट्रेनिंग फ्रेमवर्क बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय के तत्वावधान में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) के साथ हाथ मिलाकर बहुत गौरवान्वित है।
साझेदारी के हिस्से के रूप में, हैदराबाद में बीडीएल फैसिलिटी में 250 से अधिक अप्रेन्टिसों को लगाया गया है, जहां ‘अस्त्र’ मिसाइल जैसी अत्याधुनिक एयर मिसाइल का निर्माण किया जा रहा है। इस फैसिलिटी में, इन मिसाइलों के पांच कम्पोनेन्ट्स में से तीन बनाए जा रहे हैं। अप्रेन्टिसों को अन्य उद्योगों के साथ संपर्क प्राप्त करने के साथ-साथ फैसिलिटी में विभिन्न सेक्शन्स में ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे उन्हें सेक्टर में बेहतर विशेषज्ञता हासिल करने और सीएनसी ऑपरेटर और प्रोग्रामर, मशीनिस्ट, वेल्डर और टर्नर जैसे बड़ी पूंजी वाले ट्रेडों में प्रोग्रेसिव जॉब मार्केट का हिस्सा बनने में सक्षम बनाया जा सकेगा। ।
एमएसडीई की एक टीम ने हाल ही में फैसिलिटी का दौरा किया और उन अप्रेन्टिसों के साथ बातचीत की। अप्रेन्टिसों ने भारत के युवाओं हेतु इस वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी में काम करने के लिए रास्ते खोलने, क्षमताओं को बढ़ाने और करियर की संभावनाओं में सुधार करने के लिए माननीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान के प्रति आभार व्यक्त किया।
माननीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान की सराहना करते हुए, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने कहा, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और उद्योग राष्ट्र के विकास को गति देने में महत्वपूर्ण हैं और युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मंत्रालय अप्रेन्टिसों की क्षमता को अधिकतम करके उनकी संख्या बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्रालय ने उद्योग-प्रासंगिक कौशल विकसित करने में उनकी सहायता करने के लिए कई पहलें शुरू की हैं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि इस तरह की साझेदारी की शुरुआत करके, हम विश्वसनीय मार्ग बनाएँगे ताकि अप्रेन्टिसशिप को वह सम्मान मिले, जिसकी वह हैन्ड्स ऑन लर्निंग के साथ ही हमारे युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार करने के लिए हकदार है। मैं अप्रेन्टिसों को देश में अस्त्र-शस्त्र और मिसाइल सिस्टम में भारत के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक, बीडीएल द्वारा ट्रेनिंग देने के लिए बधाई देता हूं, जो उन्हें पारंपरिक और नए-युग के कौशल दोनों में अवसरों का विस्तार करने में मददगार है।
बीडीएल सशस्त्र बलों के लिए गाइडेड मिसाइल सिस्टम और संबद्ध उपकरणों के उत्पादन के लिए अनिवार्य है। बीडीएल ने इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (IGMDPL) के माध्यम से स्वदेशी, परिष्कृत और समकालीन मिसाइलों को बढ़ावा देने का बीड़ा उठाया है।