कोटक महिंद्रा बैंक ने राजस्थान में छोटे और मझोले उद्यमों (एसएमई) को बढ़ावा देने के लिए अपनी योजनाओं का विस्तार किया है। बैंक ने बीते 18 महीनों में कोटा, पाली, भीलवाड़ा, बालोतरा और अलवर जैसे शहरों में अपनी उपस्थिति मजबूत की है, जबकि जयपुर, उदयपुर और जोधपुर में यह पहले से ही मौजूद है। राजस्थान के आर्थिक और औद्योगिक विकास के अवसरों का लाभ उठाते हुए, कोटक ने एसएमई ग्राहकों की संख्या और लोन बुक में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। यह एसएमई सेगमेंट में तेजी से बढ़ती मांग को दर्शाता है।
कोटक महिंद्रा बैंक में एसएमई विभाग के प्रेसिडेंट, शेखर भंडारी ने कहा कि राजस्थान अब बैंक के लिए सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक बन गया है। उन्होंने बताया, “राजस्थान की जीवंत अर्थव्यवस्था और यहां के उद्योगों जैसे हस्तशिल्प, औद्योगिक मशीनरी, कृषि, रत्न और आभूषण, रियल एस्टेट, आयरन और स्टील और सॉफ्टवेयर सेवाओं के साथ, यह क्षेत्र हमारे रणनीतिक विस्तार के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा कि, ‘’राजस्थान में अपनी गहरी जड़ें जमाकर कोटक महिंद्रा बैंक एसएमई क्षेत्र में व्यापार के लिए आसान वित्तीय समाधान और समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।‘’
कोटक महिंद्रा बैंक ने राजस्थान को अपने विकास के लिए एक प्रमुख क्षेत्र के रूप में पहचाना है और आने वाले वर्षों में यहां अपनी उपस्थिति और सेवाओं को तेजी से बढ़ाने की योजना बनाई है। बीते 18 महीनों में, राज्य में छोटे और मध्यम उद्योगों (एसएमई) को दिए जाने वाले लोन और ग्राहकों की संख्या में लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है। वर्तमान में, कोटक महिंद्रा बैंक राजस्थान के 44 शहरों में 89 शाखाओं के माध्यम से व्यवसायियों और उद्यमियों की जरूरतों को पूरा कर रहा है।
कोटक महिंद्रा बैंक के एसएमई विभाग के प्रमुख, श्री शेखर भंडारी ने कहा, “एसएमई हमारे बैंक की विकास रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। हमें विश्वास है कि यह क्षेत्र पूरे देश में सतत विकास में योगदान देगा। राजस्थान पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए, हम एसएमई को उनकी जरूरतों के लिए बेहतर सेवाएं प्रदान करने और उनके साथ आगे बढ़ने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। एसएमई भारत को 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, और कोटक महिंद्रा बैंक उनके विकास और सफलता का सशक्त भागीदार बनेगा।”