अजमेर, 6 सितम्बर। जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने अपने अजमेर दौरे के दौरान शनिवार को जल प्रवाह क्षेत्रों का निरीक्षण किया। जिला कलक्टर श्री लोक बंधु एवं नगर निगम के आयुक्त श्री देशल दान ने प्रशासन के द्वारा की गई व्यवस्थाओं से अवगत कराया।
प्रभारी सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने बांडी नदी के प्रवाह को देखा। प्रशासन द्वारा जल की सुरक्षित निकासी के संबंध में किए गए कार्यों के बारे में चर्चा की। साथ ही आनासागर के जलस्तर को सुरक्षित स्तर पर रखने के संबंध में निर्देश प्रदान किए। बरसती बारिश के मध्य अजमेर शहर के विभिन्न स्थानों का अवलोकन करते हुए अधिकारियों के साथ श्रीनगर रोड स्थित एस्केप चैनल का जायजा लिया। यहां से निकलने वाले जल के कारण आम जन को समस्या नहीं होनी चाहिए। वर्षा जल की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर पर उपखंड अधिकारी गरिमा नरूला, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेंद्र सिंह राठौड़, संयुक्त निदेशक डॉ. एस. एस. जोधा, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ज्योत्स्ना रंगा सहित अधिकारी साथ रहे।
प्रभारी सचिव ने किया फसल खराबे का निरीक्षण अधिकारियों को दिए काश्तकारों को राहत पहुंचाने के निर्देश
अजमेर 6 सितम्बर। जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने शनिवार को नसीराबाद क्षेत्र में फसल खराबे का अवलोकन कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश प्रदान किए।
प्रभारी सचिव श्रीमती राठौड़ शनिवार को जिला कलक्टर श्री लोक बंधु के साथ नसीराबाद क्षेत्र में स्थित खेतों पर पहुंची। अतिवृष्टि के कारण हुई फसल खराबे के बारे में उपखंड अधिकारी श्री देवी लाल यादव ने जानकारी प्रदान की। विभिन्न स्थानों पर फसल खराबे का अवलोकन करने के उपरांत काश्तकारों को राहत पहुंचाने के संबंध में अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए। इसी प्रकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से भी काश्तकारों को राहत मिलना सुनिश्चित करने के संबंध में कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक श्री संजय तनेजा के साथ विस्तार से चर्चा की। स्थानीय काश्तकारों ने अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान के बारे में बताया।
उन्होंने काश्तकारों एवं अधिकारियों के साथ चर्चा के उपरांत आवश्यक निर्देश प्रदान किए। फसलों की गिरदावरी तथा फसल कटाई परीक्षण समय पर करने के लिए कहा। कृषि बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की।
प्रभारी सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने ली समीक्षा बैठक
नसीराबाद क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्यों की हुई समीक्षा
अजमेर, 6 सितम्बर। जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने शनिवार को नसीराबाद उपखंड कार्यालय में अतिवृष्टि, राहत एवं बचाव कार्य, सहायता, गिरदावरी, पशुहानि, गांव चलो अभियान तथा शहर चलो अभियान के संबंध में कार्यों की समीक्षा की। जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु साथ में उपस्थित रहे। उपखंड अधिकारी नसीराबाद श्री देवी लाल यादव ने विभिन्न कार्यों की जानकारी दी। बैठक में कानूनी व्यवस्था की भी समीक्षा की गई।
प्रभारी सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने कहा कि अतिवृष्टि को देखते हुए शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्राम पंचायत मुख्यालय पर भी बचाव उपकरण एवं बालू के कट्टे हमेशा उपलब्ध रहने चाहिए। समीक्षा बैठक में सुरक्षात्मक उपाय तथा तैयारी के बारे में भी अधिकारियों ने जानकारी प्रदान की। अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्र की लगातार निगरानी करने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि जल भराव वाले क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति तत्काल बंद करनी आवश्यक है। इस संबंध में अतिरिक्त सावधानी रखते हुए झूलते तारों को सही करने के साथ ही विद्युत कनेक्शनों के खुले तारों की भी मरम्मत करें। टेढ़े विद्युत खंभों को सीधा करने की कार्यवाही की जाए।
उन्होंने कहा कि उपखंड में अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त परिसम्पतियों की तात्कालिक मरम्मत एवं पुनरूत्थान के कार्य मौसम ठीक होते ही करवाएं। जर्जर एवं असुरक्षित संरचनाओं का उपयोग लेने से बचा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उपखंड में अतिवृष्टि के कारण किसी प्रकार की पशु हानि, मकान क्षति एवं जनहानि के संबंध में सर्वे के उपरांत सहायता के लिए पोर्टल पर तत्काल आवेदन करवाएं। विभिन्न जल स्रोतों से सुरक्षित जल निकासी सुनिश्चित की जानी चाहिए। तालाबों एवं बांधों की मजबूती पर लगातार नजर रखी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि फसलों की गिरदावरी के साथ-साथ फसलों के खराबे का आंकलन भी किया जाना चाहिए। यह कार्य आगामी 10 दिवस में पूर्ण करने का प्रयास करें। इससे पीड़ित व्यक्तियों को समय पर राहत मिल सकेगी। इसी प्रकार डिजीटल क्रॉप सर्वे भी समय पर करवाएं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में भी विस्तार से समीक्षा की गई। बीमा कंपनियों के साथ समन्वय स्थापित रख काश्तकार हित में कार्य करें।
उन्होंने कहा कि शहर चलो अभियान एवं गांव चलो अभियान समस्त शहरी वार्डों एवं ग्राम पंचायतों में होने चाहिए। इस दौरान प्री-कैम्प का आयोजन कर विभिन्न कार्यों के आवेदन पहले से प्राप्त करने का प्रयास करें। कैम्प में प्राप्त प्रकरणों का मौके पर निस्तारण करने का प्रयास हो।
उन्होंने कहा कि मानसून की गति कम होने के साथ ही मौसमी बीमारियां फैलने की संभावना रहती है। इस कारण समस्त चिकित्सा संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में दवा एवं जांच की सुविधा उपलब्ध रहनी चाहिए। एएनएम से लेकर चिकित्सा अधिकारी तक समस्त स्टाफ मुख्यालय पर ही रहकर उपचार सुनिश्चित करेंगे।
जिला कलक्टर श्री लोक बंधु ने कहा कि शहर चलो अभियान एवं गांव चलो अभियान के शिविरों के दौरान प्रत्येक व्यक्ति को पात्रता रखने वाली समस्त योजनाओं से जोड़ने की कार्यवाही की जानी चाहिए। इसके लिए प्री कैंप का आयोजन कर आवेदन प्राप्त करें। समस्त योजनाओं में संतृप्तिकरण आवश्यक है।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्रीमती वंदना खोरवाल, उप पुलिस अधीक्षक श्री जनरैल सिंह, विकास अधिकारी, संयुक्त निदेशक श्री डॉ. एस. एस. जोधा, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक श्री संजय तनेजा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ज्योत्स्ना रंगा सहित उपखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।