नई दिल्ली, जनवरी, 2023 : प्रतिष्ठित ऑटो एक्सपो 2023 में भारत की सबसे बड़ी ऑटो और मोबिलिटी सोल्यूशन कंपनी, टाटा मोटर्स ने आज भविष्य के लिए तैयार ज्यादा सुरक्षित, ज्यादा स्मार्ट और पर्यावरण के अनुकूल वाहनों और कॉन्सेप्ट्स की नई रेंज पेश की। इस रेंज को व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक मोबिलिटी और कार्गो ट्रांसपोर्ट को पूरी तरह बदलने के लिए डिजाइन किया गया है। अभियांत्रिकी और नवाचार की बुनियादी मजबूती के साथ, कंपनी में ‘मेड इन इंडिया’ प्रॉडक्ट्स के निर्माण के लिए काफी जुनून है। कंपनी ने एक मनुष्यों पर केंद्रित हाई-टेक नजरिया अपनाया है। टाटा मोटर्स अपने उपभोक्ताओं को संपूर्ण समाधान और बेहतरीन अनुभव प्रदान कर भारत को नए बहुआयामी आविष्कारों से प्रगति के पथ पर आगे बढ़ा रहा है।
टाटा मोटर्स के पैवेलियन के उद्घाटन और अपने, कॉन्सेप्ट और सोल्यूशंस की व्यापक रेंज को पेश करते हुए टाटा संस के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन और टाटा मोटर्स के चेयरमैन श्री एन. चंद्रशेखरन ने कहा, “हम अपने हर बिजनेस में स्थिरता, ऊर्जा हस्तांतरण और डिजिटलाइजेशन के नेतृत्व में बदलाव की नींव रख रहे हैं। हमारा शून्य उत्सर्जन करने वाली पावर ट्रेन, अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी, आधुनिक डिजाइन इंजीनियरिंग और बेहतरीन सेवाओं पर खास फोकस है। टाटा मोटर्स स्थायी गतिशीलता को अपनाने और ‘नेट जीरो’ कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को पूरा करने को तेजी दे रही है। ऑटो एक्सपो 2023 में, अपनी नई जमाने की गाड़ियों, कॉन्सेप्ट और स्मार्ट मोबिलिटी सोल्यूशंस के जरिए भविष्य को लेकर हमारा विजन और इसका मैनिफेस्टेशन पेशकर हम काफी गर्व महसूस कर रहे हैं।”
ऑटो एक्सपो 2023 में, टाटा मोटर्स ने लोगों और कार्गो मोबिलिटी दोनों के लिए वाहनों, कॉन्सेप्ट्स और सोल्सूशंस का सबसे बड़ा प्रदर्शन किया है। इससे लगातार आगे बढ़ते भारत की यातायात संबंधी जरूरतों को पूरी तरह से पूरा करने के लिए टाटा मोटर्स की नेतृत्व, प्रतिबद्धता और भविष्य के लिए तैयारी की झलक मिलती है।
टाटा मोटर्स के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री गिरीश वाघ ने व्यावसायिक वाहनों के नजरिए से भविष्य की गतिशीलता पर कहा, “हम भारत में स्थायी, कनेक्टेड और सुरक्षित मोबिलिटी के दुनिया भर के ट्रेंड का भारत में नेतृत्व कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य 2045 तक नेट-जीरो उत्सर्जन हासिल करने का है, हम अपने संपूर्ण प्रोडक्ट पोर्टफोलियो, वैल्यू चेन और परिचालन की फिर से कल्पना कर गतिशीलता में बदलाव ला रहे हैं। आज हमने सभी श्रेणी के माल ढुलाई और सार्वजनिक यातायात वाले कमर्शल वाहनों में भारत की पर्यावरण के सबसे अनुकूल, सबसे स्मार्ट और सबसे आधुनिक रेंज के वाहनों को पेश किया है। यह आधुनिक प्रोपल्शन टेक्नोलॉजीज पर आधारित हैं। हम वाहनों की हर श्रेणी में तरह-तरह के स्वच्छ ईंधन के विकल्प मुहैया कराने के लिए काफी बेहतर स्थिति में हैं, जिसमें नैचुरल गैस, इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन शामिल हैं। हम अपनी प्रतिबद्धता और शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में सक्रिय कदमों से अपने उपभोक्ताओं को लंबे या थोड़े समय के लिए पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल और व्यावसायिक नजरिये से व्यावहारिक गतिशीलता के समाधान उपलब्ध कराएंगे।”
टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री शैलेश चंद्रा ने यात्री वाहनों के नजरिये से में गतिशीलता के भविष्य पर कहा, “भारत को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए यात्री वाहनों का बिजनेस नए आविष्कारों और नए-नए फीचर्स पर केंद्रित है। अपनी न्यू फॉरएवर सिद्धांत पर हमने काफी रफ्तार और काफी सुगमता से अपने पोर्टफोलियों में नई गाड़ियों को शामिल किया है और इसे लगातार अपग्रेड किया है। हम स्मार्ट और सुरक्षित तकनीक से नए जमाने के व्यक्तिगत गतिशीलता के भारत पर केंद्रित समाधान पेश कर रहे हैं। हम दुनिया में सबसे बेहतर पावर ट्रेन में निवेश कर रहे हैं, जिससे कम से कम ऊत्सर्जन हो और शानदार परफॉर्मेंस मिले। आज हम सीएनजी में नई-नई डिजाइन नवाचारों को पेश कर रहे हैं, जिससे स्थापित नियम टूटेंगे। कंपनी अपने कॉन्सेप्ट कर्व के साथ आईसीई अवतार मे महत्वाकांक्षी भारतीयों के लिए कार की बॉडी के मॉडर्न स्टाइल पेश कर रहा है।”
हम पर्यावरण के अनुकूल भविष्य के जनादेश की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं, जिसमें कार्बन उत्सर्जन को कम करने के सामूहिक प्रयास तुरंत शुरू करने की जरूरत है। 2040 तक नेट-जीरो उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने के साथ, हम अपनी तीसरी जेनरेशन की ईवी आर्किटेक्चर की रणनीति के दम पर इस मिशन का नेतृत्व कर रहे हैं। Tiago.ev के साथ हमने मार्केट में हलचल मचाई है और इलेक्ट्रिक वाहनों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया है। आज हमने दूसरी और तीसरी जनरेशन के आर्किटेक्चर पर बेस्ड अविन्या, Harrier.EV और हमारे शोस्टॉपर Sierra.EV को पेश किया, जोकि इलेक्ट्रिक वाहनों को और आकांक्षी बनाएंगे। हमारे पोर्टफोलियो में इलेक्ट्रिक वाहनों का योगदान 5 साल में 25 फीसदी और 2030 तक 50 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद है।”