Skip to content
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • जनरल न्यूज
  • दखल
  • गेस्ट राइटर

लुकआउट की रिपोर्ट: आईओएस उपकरणों पर फिशिंग हमलों का सबसे बड़ा खतरा

राष्ट्रीय
/
January 2, 2025

बोस्टन की डेटा-केंद्रित क्लाउड सुरक्षा कंपनी लुकआउट ने एक अध्ययन में पाया है कि एंड्रॉइड के मुकाबले आईओएस डिवाइस फिशिंग और वेब कंटेंट खतरों का ज्यादा सामना कर रहे हैं। यह अध्ययन 2024 की तीसरी तिमाही (जुलाई-अगस्त) में किया गया था।

लुकआउट थ्रेट लैब के शोधकर्ताओं ने कुछ अहम और चिंताजनक निष्कर्ष साझा किए। इनमें पाया गया कि पिछले तीन महीनों में उद्यमों पर प्रमाण-पत्र चोरी और फिशिंग के प्रयासों में 17% की बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही, मैलिशियस ऐप्स की संख्या में 32% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

अध्ययन ने यह भी बताया कि आईओएस डिवाइस फिशिंग और वेब खतरे का ज्यादा सामना कर रहे हैं। 2024 की पहली तीन तिमाहियों में, 19% एंटरप्राइज़ आईओएस डिवाइस हर तिमाही में कम से कम एक बार मोबाइल फिशिंग हमले का शिकार हुए। इसके मुकाबले, सिर्फ 10.9% एंटरप्राइज़ एंड्रॉइड डिवाइस इसी अवधि में मोबाइल फिशिंग हमलों का सामना कर रहे थे।

मोबाइल खतरों का माहौल लगातार बदल रहा है और तेजी से बढ़ रहा है। लुकआउट ने बताया है कि साइबर अपराधी अब अपने तरीके बदल रहे हैं और हमलों की शुरुआत में ही मोबाइल उपकरणों को निशाना बना रहे हैं।

हाल ही में, लुकआउट थ्रेट लैब के शोधकर्ताओं ने दो प्रमुख मोबाइल सर्विलांस सॉफ़्टवेयर फैमिली की खोज का खुलासा किया है। ये दोनों सॉफ़्टवेयर चीन और रूस से संबंधित एडवांस्ड परसिस्टेंट थ्रेट (एपीटी) समूहों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। यह दिखाता है कि मोबाइल डिवाइस न केवल व्यक्तिगत बल्कि व्यावसायिक डेटा के लिए भी एक बड़ा जोखिम बन गए हैं।

लुकआउट के पास 220 मिलियन से अधिक उपकरणों, 360 मिलियन ऐप्स और अरबों वेब आइटम्स का एक शक्तिशाली और एआई-संचालित डेटा सेट है। इस डेटा से कंपनी को वैश्विक स्तर पर उभरते ट्रेंड्स का पता चलता है। यह जानकारी हर उद्योग और क्षेत्र की सुरक्षा टीमों को यह समझने में मदद करती है कि मोबाइल खतरों से डेटा को कैसे सुरक्षित रखा जाए। लुकआउट ने बताया कि मोबाइल उपकरणों की कमजोरियां गंभीर जोखिम पैदा कर सकती हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए कंपनी मोबाइल डिवाइस की टेलीमेट्री को एंटरप्राइज़ एंडपॉइंट सुरक्षा रणनीतियों के साथ जोड़ती है। इसके लिए SIEM (सिक्योरिटी इंफॉर्मेशन एंड इवेंट मैनेजमेंट), SOAR (सिक्योरिटी ऑटोमेशन और रिस्पॉन्स), या XDR (एक्सटेंडेड डिटेक्शन और रिस्पॉन्स) जैसे उन्नत तकनीकी टूल्स का उपयोग किया जाता है।

पिछला टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने 2024 में 3,26,329 गाड़ियां बेचकर कैलेंडर वर्ष की अब तक की सबसे अधिक बिक्री दर्ज की अगला आज का राशिफल व पंचांग : 3 जनवरी, 2025, शुक्रवार

Leave a Comment Cancel reply

Recent Posts

  • आईआईटी मंडी ने अपने एमबीए डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम के 2025-27 बैच के लिए आवेदन आमंत्रित किए
  • समाज सुधारक युग प्रवर्तक सच्चे हिंदुत्व के मसीहा कर्म योगी सभी वर्गो चहेते स्वामी विवेकानंद
  • टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कर्नाटक में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकारी टूल रूम और प्रशिक्षण केंद्र के साथ समझौता किया
  • आज का राशिफल व पंचांग : 11 जनवरी, 2025, शनिवार
  • इंसानों की तस्करी की त्रासदी वाला समाज कब तक?

संपादक की पसंद

Loading...
गेस्ट राइटर

गांव, गरीब और किसान की सुुध लेता बजट

February 2, 2018
Loading...
दखल

पिज्जा खाने से रुकी किरपा आ जाती है

December 14, 2024
दखल

पाकिस्तान सम्भले अन्यथा आत्मविस्फोट निश्चित है

February 20, 2023
दखल

श्रद्धा जैसे एक और कांड से रूह कांप गयी

February 16, 2023
दखल

अमृत की राह में बड़ा रोड़ा है भ्रष्टाचार

February 8, 2023
दखल

सामाजिक ताने- बाने को कमजोर करती जातिगत कट्टरता

February 4, 2023

जरूर पढ़े

Loading...
गेस्ट राइटर

गांव, गरीब और किसान की सुुध लेता बजट

February 2, 2018
© 2025 • Built with GeneratePress