नई दिल्ली, जुलाई, 2023- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के स्किल इंडिया के पायलट प्रोजेक्ट के तहत कश्मीर के नमदा क्राफ्ट को सफलतापूर्वक पुनर्जीवित किया जा रहा है, जिसमें राज्य के छह जिलों के लगभग 2,200 उम्मीदवार प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री, श्री राजीव चंद्रशेखर ने आज यूनाइटेड किंगडम (यूके) में एक्सपोर्ट के लिए नमदा क्राफ्ट के उत्पादों के पहले बैच को हरी झंडी दिखाई।
यह प्रोजेक्ट कौशल विकास के क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल का एक बड़ा उदाहरण स्थापित करता है, क्योंकि इसे स्थानीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से कार्यान्वित किया जा रहा है।
इस पहल के तहत, लगभग 2,200 उम्मीदवारों को नमदा क्राफ्ट में प्रशिक्षित किया गया है, जो इस पारंपरिक क्राफ्ट को संरक्षित करने और स्थानीय बुनकरों और कारीगरों को सशक्त बनाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस प्रोजेक्ट के द्वारा कश्मीर के छह जिलों, श्रीनगर, बारामूला, गांदरबल, बांदीपोरा, बडगाम और अनंतनाग में लोगों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया है।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत के युवाओं की स्किलिंग, रीस्किलिंग और अपस्किलिंग के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दृढ़ बनी हुई है। मीर हैंडीक्राफ्ट और श्रीनगर कारपेट ट्रेनिंग और मार्केट सेन्टर जैसे स्थानीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से जम्मू-कश्मीर में इस पायलट प्रोजेक्ट का सफल कार्यान्वयन, कौशल विकास को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास के लिए निवेश आकर्षित करने में सार्वजनिक-निजी भागीदारी की ताकत का जीवंत उदाहरण है।
इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए, कौशल विकास और उद्यमशीलता और इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के राज्य मंत्री, श्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, “हमने 2021 में नमदा परियोजना शुरू की थी, और अब इसके परिणाम को देखना बेहद संतोषजनक है जो हमारे माननीय प्रधानमंत्री के नया भारत, नए अवसर, नई समृद्धि के विज़न के साथ पूरी तरह से मेल खाता है और जो इस बात पर जोर देता है कि कौशल का मतलब नए अवसर और नई समृद्धि पैदा करना है। कारीगरों और हैन्डीक्राफ्ट्स सेक्टर स्किल काउंसिल द्वारा किए गए इस बड़े प्रयास के एक छोटे से हिस्से के रूप में, मैं आप सभी को इस कला की जबरदस्त सफलता और समृद्धि की शुभकामना देता हूं, और इस मील के पत्थर को हासिल करना हमारे लिए गौरव का पल है”।
उन्होंने कहा कि नमदा प्रोजेक्ट पीएम श्री नरेंद्र मोदी के स्किल इंडिया के विज़न के बेहद संतोषजनक और निर्णायक परिणाम का उदाहरण है, जो लोगों को सशक्त बनाने और अवसर पैदा करने के बारे में है। श्री राजीव चंद्रशेखर ने 2021 में जम्मू और कश्मीर का दौरा किया था और अपनी यात्रा के बाद, उन्होंने क्षेत्र में लुप्त हो रहे पारंपरिक क्राफ्ट के संरक्षण और पुनरुद्धार के लिए एक प्रोजेक्ट आयोजित करने की आवश्यकता व्यक्त की क्योंकि हैंडीक्राफ्ट सेक्टर उनकी अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख योगदानकर्ता और रोजगार जनरेटर है।
नमदा क्राफ्ट सामान्य बुनाई प्रक्रिया के बजाय फेल्टिंग तकनीक के माध्यम से भेड़ के ऊन से बना गलीचा है। कच्चे माल की कम उपलब्धता, कुशल जनशक्ति और मार्केटिंग तकनीकों की कमी के कारण, 1998 और 2008 के बीच इस क्राफ्ट के एक्सपोर्ट में लगभग 100 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसलिए, पीएमकेवीवाई के तहत इस स्पेशल प्रोजेक्ट के माध्यम से, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) ने इस लुप्तप्राय क्राफ्ट को संरक्षित करने के लिए शार्टटर्म ट्रेनिंग पाठ्यक्रम तैयार किया है। प्रोजेक्ट को प्रशिक्षण के 3 साइकिल में 25 बैचों में लागू किया गया है। प्रत्येक ट्रेनिंग प्रोग्राम लगभग साढ़े तीन महीने का था, जिसके परिणामस्वरूप साइकिल लगभग 14-16 महीनों में पूरा हो गया।
नमदा प्रोजेक्ट नमदा क्राफ्ट्स उत्पादन में शामिल लाभार्थियों के साथ एक उद्योग-आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो कश्मीर में नमदा क्राफ्ट से जुड़ी समृद्ध विरासत को संरक्षित और पुनर्जीवित करने में योगदान देगा। इससे कश्मीर में नामदा क्राफ्ट क्लस्टर के मौजूदा कारीगरों की पहुंच में भी सुधार होगा और रोजगार की उनकी संभावनाओं में सुधार होगा।