दिल्ली, मई, 2023: विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज़, टेक्निकल कैंपस (विप्स-टीसी) और प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गांधीनगर (आईआईटी गांधीनगर) ने सूचना प्रौद्योगिकी एवं इससे जुड़े क्षेत्रों में नवप्रवर्तन, अकादमिक उत्कृष्टता एवं अनुसंधान गठबंधन के उद्देश्य से एक रणनीतिक साझीदारी स्थापित करने के लिए एक सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है। यह ऐतिहासिक गठबंधन दोनों ही संस्थानों के विद्यार्थियों, शिक्षकों और अनुसंधानकर्ताओं के लिए जबरदस्त अवसरों का सृजन करेगा।
इस एमओयू पर आईआईटी गांधीनगर के निदेशक प्रोफेसर रजत मूना और विप्स-टीसी के वाइस चेयरमैन श्री विनीत वत्स ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर विप्स-टीसी के महानिदेशक डॉक्टर अश्विनी कुमार शर्मा, विप्स-टीसी के वाइस चेयरमैन सुनीत वत्स और विप्स-टीसी के वाइस चेयरमैन अजय बिंदल उपस्थित थे।
इस एमओयू का उद्देश्य प्रशासनिक सहयोग को सुगम बनाना, विप्स-टीसी में नए स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टोरल प्रोग्राम शुरू करना या सुधार लाना, इंटर्नशिप प्रोग्राम, विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम, फैकल्टी सपोर्ट, ढांचागत विकास में मार्गदर्शन और पारस्परिक हित के विषयों पर संगोष्ठियों, सम्मेलनों, कार्यशालाओं का संयुक्त आयोजन करना है। यह गठबंधन दोनों संस्थानों से शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकीय उन्नयन पर मिलकर काम करने और आईटी क्षेत्र में उभरती चुनौतियों का सामना करने के लिए एक अनूठा अवसर उपलब्ध कराएगा।
आईआईटी गांधीनगर के निदेशक प्रोफेसर रजत मूना के मुताबिक, “इस एमओयू से विपस-टीसी, विप्स इंस्टीट्यूट, आईआईटी गांधीनगर के विद्यार्थियों सहित पूरा समाज लाभान्वित होगा। हमारा उद्देश्य इन विद्यार्थियों के लाभ को प्राथमिकता देना है। इस एमओयू का दायरा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने और इंटर्नशिप के लिए फैकल्टी और विद्यार्थियों को आईआईटी गांधीनगर आमंत्रित करने से परे है। इसमें विप्स-टीसी के विद्यार्थियों को आईआईटी गांधीनगर में विजिटर्स के तौर पर एक सेमेस्टर प्रोग्राम की पेशकश करना शामिल है। नयी शिक्षा नीति 2020 क्रेडिट्स के अकादमिक बैंक, संस्थानों के बीच क्रेडिट के अंतरण के लिए एक साझा भंडार के जरिये मिश्रित शिक्षा माध्यम को सुगम बनाती है। इसके क्रियान्वयन पर आईटी मंत्रालय के एनईजीडी द्वारा नज़र रखी जाती है।”
विप्स-टीसी के वाइस चेयरमैन विनीत वत्स ने कहा, “आईआईटी गांधीनगर के साथ इस एमओयू के जरिये विप्स-टीसी में हमारा लक्ष्य औद्योगिक क्रांति 4.0 की वैश्विक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भावी प्रौद्योगिकियों में इन विद्यार्थियों को तैयार करना है।”
विप्स-टीसी के महानिदेशक डॉक्टर अश्विनी कुमार शर्मा ने कहा, “यह एमओयू हमारे विद्यार्थियों के लिए एक अकादमिक गठबंधन है। यह विप्स-टीसी के संस्थापक चेयरमैन डॉक्टर एससी वत्स के विज़न और चिंतन प्रक्रिया का परिणाम है जिसमें मानव निर्माण, चरित्र निर्माण और राष्ट्र निर्माण पर ज़ोर दिया जाता है।”
विप्स-टीसी के वाइस चेयरमैन सुनीत वत्स के मुताबिक, “हम चाहते हैं कि विप्स-टीसी अपने विद्यार्थियों के साथ आगे बढ़े। स्वामी जी ने एक बार कहा था कि वह चरित्रवान 100 बालक और बालिकाओं के साथ इस देश को बदल सकते हैं। आज हमारे पास 8000 विद्यार्थी हैं और हम मानव निर्माण, चरित्र निर्माण और राष्ट्र निर्माण के उनके मिशन को पूरा करने के लिए समर्पित हैं। इस संस्थान की आत्मा इसके विद्यार्थियों, पुरा छात्रों और शिक्षकों में बसती है जो प्रतिदिन कठित परिश्रम करते हैं। विप्स-टीसी में हम भविष्य के लिए तैयार हैं और हमारा लक्ष्य भारत का अग्रणी संस्थान बनना है।”
विप्स-टीसी और आईआईटी गांधीनगर के बीच यह एमओयू अकादमिक और उद्योग के बीच अंतर पाटने, नवप्रवर्तन की संस्कृति को बढ़ावा देने और आईटी एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रतिभाओं को निखारने की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम है। अपने अपने क्षेत्र में ताकत को मिलाकर विप्स-टीसी और आईआईटी गांधीनगर का लक्ष्य ऐसे प्रौद्योगिकीय उन्नयन के विकास में योगदान करना है जिसका समाज पर एक सकारात्मक प्रभाव पड़े।