नई दिल्ली, मई 2022: 24-25 मई को मास्को में आयोजित होने वाले दूसरे यूरेशियन इकोनॉमिक फोरम के व्यापार कार्यक्रम में प्रतिभागियों के द्वारा मानव पूंजी विकास, प्रौद्योगिकी सहयोग, एकीकरण सहयोग प्रारूपों के भविष्य और डिजिटल परिवर्तन के पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। इस फोरम का समय इस तरह से तय किया गया है कि यह सुप्रीम यूरेशियन इकोनॉमिक काउंसिल की बैठक के साथ टकराए, जिसमें यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के सदस्य और पर्यवेक्षक राज्यों के प्रमुखों की भागीदारी होगी। इस कार्यक्रम का आयोजक रोसकांग्रेस फाउंडेशन है।
बोर्ड ऑफ दी यूरेशियन इकोनॉमिक कमिशन के चेयरमैन मिखाइल म्यासनिकोविच ने कहा, “यूरेशियन इकोनॉमिक फोरम का लक्ष्य ईएईयू के भीतर बातचीत के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर करना है। फोरम के कार्यक्रम में वैज्ञानिक व तकनीकी सहयोग और उद्योग, पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा के क्षेत्र में संयुक्त दृष्टिकोण के विकास के साथ-साथ तकनीकी व सीमा शुल्क नियमों की समस्याओं और राज्यों के आंतरिक बाजार के संगठन के मुद्दों पर विचार करना है। फोरम का एक अन्य महत्वपूर्ण काम व्यवसायों और सरकारी एजेंसियों के बीच संपर्क स्थापित करने के लिए एक मंच तैयार करना है। मुझे विश्वास है कि फोरम हमें बहुपक्षीय सहयोग के सभी क्षेत्रों में विशिष्ट समाधान निकालने में सक्षम बनाएगा।”
फोरम का विषय ‘बहुध्रुवीय विश्व में यूरेशियाई एकीकरण’ है। मुख्य कार्यक्रम फोरम का पूर्ण सत्र होगा। यूरेशियन इकोनॉमिक फोरम 2023 में कुल लगभग 35 सत्र होंगे, जिन्हें सात विषयगत क्षेत्रों में बांटा जाएगा।
‘ह्यूमन कैपिटल’ ट्रैक में, विशेषज्ञ ईएईयू देशों की पर्यटन क्षमता को अनलॉक करने की संभावनाओं, युवा प्रतिभाओं के साथ काम करने, श्रम प्रवास के मुद्दों, विश्वविद्यालयों के बीच वैज्ञानिक व तकनीकी सहयोग और कोरोनावायरस महामारी का मुकाबला करने के प्रयासों पर चर्चा करेंगे।
‘प्रौद्योगिकी और सहयोग’ ट्रैक के दौरान चर्चा ऊर्जा की गारंटी एवं खाद्य सुरक्षा, पर्यावरण विनियमन, खाद्य बाजार संगठन और एक नए वातावरण में उद्यमिता के विकास के रूप में तकनीकी संप्रभुता पर केंद्रित होगी। इसके अलावा, विशेषज्ञ यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन में तकनीकी विनियमन की समान प्रणाली के पहलुओं और व्यापार में बाधाओं को दूर करने के साथ-साथ उत्पादों की सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एक उपाय के रूप में मानकीकरण पर चर्चा करेंगे।
‘द ईएईयू इन ए चेंजिंग वर्ल्ड’ ट्रैक के तहत सत्रों के प्रतिभागी ईएईयू, एससीओ और ब्रिक्स के बीच सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों के साथ-साथ मौद्रिक व वित्तीय सहयोग और आपसी व्यापार में सेटलमेंट के नए तरीकों को अपनाने पर विचार करेंगे। इंडोनेशिया और लैटिन अमेरिकी देशों के साथ यूरेशियन एकीकरण प्रारूप के सहयोग पर व्यापारिक संवाद भी आयोजित किए जाएंगे।
ट्रैक ‘यूरेशियन कलेक्टिवनेस’ के सत्र डिजिटल एजेंडे के प्रमुख मुद्दों को कवर करेंगे, जिसमें आईटी उद्योग का विनियमन, ईएईयू के भीतर व्यक्तिगत डेटा का टर्नओवर और सॉफ्टवेयर व दूरसंचार उपकरण बाजार में आयात से इंटीग्रेशन यूनियन के देशों की आजादी शामिल है। इस ट्रैक के भीतर होने वाली चर्चाएं इंटरनेशनल सेटलमेंट व डिजिटल संपत्तियों, ई-कॉमर्स, यूरेशियन रीइंश्योरेंस कंपनी के गठन और ईएईयू की सांख्यिकी में नए डेटा स्रोतों पर भी केंद्रित होंगी।
ट्रैक ‘ईएईयू इंटरनल मार्केट, को-ऑपरेशन इन कस्टम्स, कंपटीशन एंड स्टेट प्रोक्यूरमेंट’ में आधुनिक चुनौतियों च सीमा शुल्क नियमों, बोली में हेराफेरी का पता लगाने के लिए डिजिटल सिस्टम और सार्वजनिक खरीद के डिजिटलीकरण के संदर्भ में संघ के कानून में सुधार पर चर्चा करेंगे।
ईएईयू 2030+ की रणनीति पर चर्चा करने के लिए स्ट्रेटजिक सेक्शन एक मंच होगा। 2045 तक ईएईयू के प्रमुख विकास उद्देश्य क्या होने चाहिए, एकीकरण संघ के विकास उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए क्या विशिष्ट कदम उठाने की आवश्यकता है और ईएईयू के रणनीतिक विकास की नई दिशाएं क्या हैं, प्रतिभागी इन मुद्दों पर सवालों के जवाब देंगे।
यूरेशियन इकोनॉमिक फोरम ‘ग्रीन यूरेशिया’ प्रतियोगिता, यूरेशिया में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के नए अवसरों पर चर्चा करने के लिए एएसआई बिजनेस ब्रेकफास्ट और ईएईयू-इंडोनेशिया बिजनेस डायलॉग बिजनेस ब्रेकफास्ट की मेजबानी करेगा।
इसके अलावा, ईएईयू बिजनेस काउंसिल के कार्यक्रम में दो कार्यक्रम शामिल होंगे। एक सत्र यूरेशियन आर्थिक एकीकरण के चालक के रूप में उद्यमिता पर समर्पित होगा और ईएईयू बिजनेस काउंसिल के प्रेसिडियम की बैठक होगी।
दूसरा यूरेशियन इकोनॉमिक फोरम और सुप्रीम यूरेशियन इकोनॉमिक काउंसिल की बैठक को 2023 में यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के संगठनों में रूसी संघ की अध्यक्षता के हिस्से के रूप में आयोजित किया जा रहा है। फोरम का उद्देश्य यूरेशियन स्पेस में सहयोग संबंधों में सुधार करना है।