जयपुर, मार्च, 2023: शैक्षिक अवसरों और सांस्कृतिक संबंधों हेतु यूके के अंतर्राष्ट्रीय संगठन, ब्रिटिश काउंसिल ने एसटीईएम में महिलाओं के लिए ब्रिटिश काउंसिल स्कॉलरशिप के तीसरे समूह की घोषणा की। 26 छात्रवृत्तियाँ और फैलोशिप भारत और अन्य दक्षिण एशियाई देशों की महिला एसटीईएम स्कॉलर्स के लिए आरक्षित हैं, जिन्हें योग्यता के आधार पर सम्मानित किया जाता है और इसमें किसी देश-विशिष्ट की सीमा नहीं है। ये ब्रिटेन के 6 उच्च शिक्षा संस्थान हैं – कोवेंट्री यूनिवर्सिटीज, यूनिवर्सिटीज ऑफ बाथ, यूनिवर्सिटीज ऑफ मैनचेस्टर, यूनिवर्सिटीज ऑफ साउथेम्प्टन, इंपीरियल कॉलेज लंदन और यूनिवर्सिटीज ऑफ एडिनबर्ग। यह छात्रवृत्ति चयनित महिला स्कॉलर्स के लिए एसटीईएम में करियर बनाने में मदद करेगी और यूके के प्रसिद्ध एसटीईएम क्षेत्रों में विशेषज्ञता के अपने प्रदर्शन के माध्यम से अपने देश में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने में उन्हें सक्षम बनाएगी।
भारत से चयनित स्कॉलर्स ब्रिटेन के किसी विश्वविद्यालय में मास्टर डिग्री या अर्ली एकेडमिक फेलोशिप प्राप्त करने में सक्षम होंगे, और छात्रवृत्ति में ट्यूशन फीस, वजीफा, यात्रा खर्च, वीजा, स्वास्थ्य बीमा शुल्क, माताओं के लिए विशेष सहायता और अंग्रेजी भाषा समर्थन शामिल होगा। यह छात्रवृत्ति पूर्व छात्र नेटवर्क में सक्रिय जुड़ाव के माध्यम से यूके के साथ जुड़ने और एसटीईएम में महिलाओं की अगली पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए स्कॉलर्स को दीर्घकालिक मंच प्रदान करेगी।
2021/22 में 115 स्कॉलर्स के वैश्विक समूह ने 2021 के ऑटम सत्र में अपने चुने हुए पाठ्यक्रम में दाखिला लिया। 21 भारतीय महिलाओं ने 2022-23 में छात्रवृत्ति प्राप्त की और वर्तमान में यूके में अध्ययन कर रही हैं। इन छात्रवृत्तियों के साथ, ब्रिटिश काउंसिल ब्रिटेन के एक विश्वविद्यालय में एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग या गणित) में वैश्विक साख हासिल करने की इच्छुक महिलाओं का समर्थन करना जारी रखे हुए है।
रितिका चंदा पार्रुक, निदेशक शिक्षा, भारत, ब्रिटिश काउंसिल ने कहा, “ब्रिटिश काउंसिल का मानना है कि वैज्ञानिक और तकनीकी क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती पहुंच के माध्यम से बहुत कुछ हासिल हो सकता है। ये छात्रवृत्ति प्रतिभाशाली महिलाओं की शानदार रचनात्मकता, नवीनता और विशिष्ट दृष्टिकोण को इन क्षेत्रों में लाएगी जिससे यह समृद्ध और अधिक उत्पादक बन सकेगा। हम ब्रिटेन की प्रसिद्ध अनुसंधान अध्यापन पद्धति, अत्याधुनिक सुविधाओं और नवीनतम तकनीक तक पहुंच साझा करके एसटीईएम क्षेत्रों में करियर की दिशा में अपनी यात्रा शुरू करने के लिए और अधिक महिलाओं को सक्षम करने हेतु उत्साहित हैं, जिससे उनकी शिक्षा में बदलाव आ सकता है और उनके लिए अवसरों के क्षितिज का फैलाव बढ़ सकता है। पिछले कुछ वर्षों में, हमने 200 से अधिक भारतीय महिलाओं को विश्व की अग्रणी शिक्षा हासिल करने और उनकी क्षमता को अधिकतम रूप में जानने में सहायता की है, और हमारा लक्ष्य बेहतर कल बनाने और इस प्रक्रिया में दूसरों को प्रेरित करने के लिए महिलाओं का समर्थन करते रहना है।”
प्राजक्ता कुम्भार, जो मुंबई से ब्रिटिश काउंसिल की छात्रवृत्ति विजेता हैं और मैनचेस्टर विश्वविद्यालय से एमएससी प्रदूषण और पर्यावरण नियंत्रण की पढ़ाई कर रही हैं, ने कहा, “ब्रिटिश काउंसिल एसटीईएम छात्रवृत्ति प्राप्त करने का मेरे जीवन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है। नए लोगों से मिलने, नई संस्कृति का अनुभव करने, एक खुली दुनिया के दृष्टिकोण को समझने और अत्यंत सम्मानित विश्वविद्यालय से वैश्विक साख हासिल करने तक, मुझे यकीन है कि छात्रवृत्ति मुझे एक पेशेवर कॅरियर बनाने में मदद करेगी। मेरा लक्ष्य इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाना है और यह जानकर बहुत उत्साहित हूं कि यह अवसर इस वर्ष और अधिक महिलाओं के लिए उपलब्ध है।”
प्रोग्राम के अंतर्गत, भारतीय महिला एसटीईएम स्कॉलर्स कंप्यूटर साइंस, डेटा साइंस, बायोटेक्नोलॉजी, पर्यावरण इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, मेडिसिन, पब्लिक हेल्थ, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा एवं ऊर्जा प्रबंधन व अन्य बहुतेरे पाठ्यक्रमों में यूके के 21 विश्वविद्यालयों में मास्टर कोर्स और अर्ली एकेडमिक फेलोशिप के लिए आवेदन कर सकती हैं। ।
यह छात्रवृत्ति आश्रितों द्वारा आवेदन के लिए भी खुली है और उनके लिए अतिरिक्त सहायता उपलब्ध है। आवेदन की समय सीमा विश्वविद्यालय के अनुसार अलग-अलग है – लेकिन मार्च और मई 2023 के बीच है। छात्राओं को व्यक्तिगत विश्वविद्यालय की समय सीमा की जांच करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।