बेंगलुरु, फरवरी 13, 2023 : बोईंग ने आज बोईंग यूनिवर्सिटी इनोवेशन लीडरशिप डेवलपमेंट (बिल्ड) प्रोग्राम 2022-23 के दूसरे संस्करण के विजेताओं की घोषणा की। यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स और शुरुआती चरण के उद्यमियों वाली सात टीमें विजेता बनकर उभरी हैं। इसके बाद, विजेताओं को उनके आइडियाज को बाज़ार के लिए तैयार और व्यवहार्य व्यावसायिक समाधानों में विकसित करने में मदद के लिए, बोईंग और सम्बंधित इनक्यूबेटर पार्टनर द्वारा 6 महीनों तक सपोर्ट किया जाएगा।
ये सात विजेता टीमें हैं : सोसाइटी फॉर इनोवेशन ऐंड डेवलपमेंट (एसआईडी) – आईआईएससी बेंगलुरु से स्पेस फ़ील्ड्स प्राइवेट लिमिटेड, एसआईडी – आईआईएससी बेंगलुरु से एचईएम डाइमेंशन्स प्राइवेट लिमिटेड, आईआईटी मद्रास इन्क्यूबेशन सेल से स्कैवेंजेक्स, आईआईटी मद्रास इन्क्यूबेशन सेल से सेरा तत्त्व इनोटेक प्राइवेट लिमिटेड, फाउंडेशन फॉर इनोवेशन ऐंड टेक्नोलॉजी ट्रान्सफर (एफआईटीटी) – आईआईटी दिल्ली से मॉड्युलो ईवी, एफ़आईआईटी – आईआईटी दिल्ली से एसएपी एयरोस्पेस और इनोवेशन ऐंड आंत्रप्रेन्यरशिप सेंटर (आईआईईसी) – आईआईटी गांधीनगर से गैलेंटो इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड।
बोईंग इंडिया के प्रेसिडेंट, सलिल गुप्ते ने कहा कि, “बिल्ड एक शानदार प्लैटफॉर्म है जो युवा भारतीय और स्टार्ट-अप के उत्साही लोगों को अपने कौशल को धारदार बनाने और कार्यान्वयन के लिए अपनी अवधारणा को परिपक्व करने का अवसर प्रदान करता है। मैं 6 महीनों से अधिक समय तक इस प्रोग्राम का संचालन करने के लिए अपने इनक्यूटेर पार्टनर्स को बधाई और सभी आवेदकों को उनकी सक्रिया भागीदारी के लिए धन्यवाद देता हूँ।” गुप्ते ने आगे कहा कि, “हम भारत और विश्व के लिए भारत में स्टूडेंट और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए नवाचार को बढ़ावा देने और सहयोगों और साझेदारियों के माध्यम से नवाचार को संरक्षण देने और प्रतिभा का पालन-पोषण करने के लिए वचनबद्ध हैं।”
इन सात टीमों में से प्रत्येक को नकद पुरस्कार के रूप में 10 लाख रुपये प्रदान किये गए और उनकी अवधारणायें सामुदायिक विकास, रक्षा और अंतरिक्ष उद्योग, तथा सस्टेनेबिलिटी के लिए समाधानों से जुड़ी थीं।
बोईंग ने भारत में बिल्ड) को लॉन्च करने के लिए सात इनक्यूबेटर – सोसाइटी फॉर इनोवेशन ऐंड आंत्रप्रेन्यरशिप – आईआईटी मुंबई, फाउंडेशन फॉर इनोवेशन ऐंड टेक्नोलॉजी ट्रान्सफर – आईआईटी दिल्ली, इनोवेशन ऐंड आंत्रप्रेन्यरशिप सेंटर – आईआईटी गांधीनगर, आईआईटी मद्रास इन्क्यूबेशन सेल, सोसाइटी फॉर इनोवेशन ऐंड डेवलपमेंट – आईआईएससी बेंगलुरु, टी-हब हैदराबाद, और टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर – केआईआईटी भुबनेश्वर के साथ साझेदारी की। आवेदकों को मोबिलिटी, स्पेस, कनेक्टिविटी, इंडस्ट्री 4.0 टेक्नोलॉजी, एंटरप्राइज डिजिटल सॉल्यूशन, सस्टेनेबिलिटी, और डेटा एनालिटिक्स/एआई के क्षेत्र में अवधारणायें (आइडियाज) जमा करने के लिए आमंत्रित किया गया था।
कठोर मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद, छाँटी गई 70 टीमों ने क्षेत्रीय बूटकैंप में प्रवेश किया। इनमें से क्षेत्रीय और राष्ट्रीय फाइनलिस्टों को स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के विशेषज्ञों, इनक्यूबेटर पार्टनरों, और बोईंग के इंजिनियरों द्वारा अवधारणाओं को इनक्यूबेट करने का मार्दर्शन प्रदान किया गया। प्रतिभागियों ने आगे बोईंग के इनोवेशन इकोसिस्टम की सुलभता प्राप्त की।
विगत वर्षों में बोईंग ने भारतीय एयरोस्पेस सेक्टर के लिए प्रतिभा के विकास और भारत में इंजीनियरिंग प्रतिभा की अगली पीढ़ी को प्रेरित करने में काफी निवेश किया है। अपने होराइजनएक्स इंडिया इनोवेशन चैलेंज, त्वरित विमान रख-रखाव इंजिनियर अप्रेंटिसशिप जैसे प्रोग्राम और आईआईटी के साथ राष्ट्रीय एरोमॉडलिंग प्रतियोगिता के माध्यम से बोईंग ने भारत में कुशल अग्रिम पंक्ति कार्यबल और सशक्त उद्यमियों के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।