बेंगलुरु, फरवरी 2023: भारत में तेल एवं गैस की खोज और उत्पादन करने वाली सबसे बड़ी निजी कंपनी और वेदांता ग्रुप की इकाई,केयर्न ऑयलएंड गैस इंडिया एनर्जी वीक (आईईडब्ल्यू) 2023 में अपने विजन, मिशन और टेक्नोलॉजीज की एक श्रृंखला का प्रदर्शन कर रही है। इसकार्यक्रम में सस्टनेबिलिटीऔर ऊर्जा सुरक्षा के लिये अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए,केयर्न का स्टॉल ‘ट्रांसफॉर्मिंग एनर्जी रिस्पॉन्सिबली’ थीम के अंतर्गत कंपनी की व्यवसाय रणनीतियों में ईएसजी को शामिल करने पर रोशनी डालता है।आईईडब्ल्यू मेंडीकार्बनाइजेशन की दिशा मेंलंबे समय से चले आ रहे ऊर्जा में बदलाव करने एवं इसकी प्रगति के ज्वलंत मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा। बतौर प्लेटिनम स्पॉन्सर, केयर्न ऑयल एंड गैस के ब्राण्ड की महत्वपूर्ण मौजूदगी रहेगी और कंपनी भारत के घरेलू क्रूड ऑयल तथा गैस उत्पादन में 50% योगदान देने के अपने विज़न को पेश करेगी। केयर्न एक बहु-सूत्रीय रणनीतिक दृष्टिकोण के जरिए इसे हासिल करेगी, जिसमें नई खोज, शेल जैसे ऊर्जा के गैर-पारंपरिक स्रोतों के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करना और नई टेक्नोलॉजी तथा वैश्विक भागीदारियों के द्वारा मौजूदा ब्लॉक्स से उत्पादन बढ़ाना शामिल है।
केयर्न ऑयलएंड गैस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निक वॉकर ने कहा, “हम इंडिया एनर्जी वीक 2023 का हिस्सा बनकर उत्साहित हैं और एक स्थायी तथा आत्मनिर्भर भारत के लिये अपना विज़न साझा करने के लिए तत्पर हैं। हम भारत में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेक्नोलॉजीज लाकर ऊर्जा रूपांतरण की इसकी यात्रा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिये प्रतिबद्ध हैं- देशभर में हमारे ऑयलएंड गैस फील्ड्स पहले ही इस सेक्टर में टेक्नोलॉजी के लिहाज से कुछ पहलें कर चुके हैं और उन्होंने इस सेक्टर की क्षमता को सामनेलाने में प्रमुख भूमिका निभाई है। हमइंडिया एनर्जी वीक 2023 में भागीदारी करने का इंतजार कर रहे हैं ताकि इनमें से कुछ अत्याधुनिकटेक्नोलॉजीजका प्रदर्शन कर सकें और भारत को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भरबनाने के लिये हमारे मौजूदा विज़न और प्रतिबद्धता को दिखा सकें।”
आईईडब्ल्यू में,केयर्न ऑयलएंड गैस एक्सपीरियेंस ज़ोन मेंकंपनी की अग्रणी टेक्नोलॉजीज का प्रदर्शन किया जाएगा, जैसे कि एल्कलाइन सर्फेक्टेन्ट पॉलीमर (एएसपी), पॉलीमर एनहैंस्ड ऑयल रिकवरी (ईओआर) और फ्लैगशिप पेट्रो-टेक्निकल क्लाउड प्रोजेक्ट। केयर्न भारत में पहली कंपनी है, जिसने पेट्रो-टेक्निकल क्लाउड प्रोजेक्ट को अपनाया है और अपस्ट्रीम इंटरप्रीटेशन तथा सिम्युलेशन वर्कफ्लो के लिये अपने क्लाउड प्लेटफॉर्म पर कार्यान्वयन किया है। इस प्लेटफॉर्म से केयर्न कई स्रोतों के डाटा को रियल-टाइम में देखकर विश्लेषण और कार्यवाही कर सकेगी, जिसमें ड्रिलिंग और प्रोडक्शन का डाटा, जियोफिजिकल डाटा और सेंसर डाटा शामिल है।
स्टॉल का एक मुख्य आकर्षण होगा 2050 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने के लिये कंपनी का फोकस, जिसे एक सेंटर पीस- सस्पेंडेडमदर अर्थ,द्वाराअच्छी तरह से दिखाया जा रहा है, जिसमें अपने मूल व्यवसाय को ईएसजी के विज़न से जोड़ने की कंपनी की प्रतिबद्धता नजर आती है। केयर्न एक्सपीरियेंस ज़ोन में एक डिजिटल प्लेज वॉल- केयरिंग फॉर प्लैनेट अर्थ, भी शामिल है, जिसमें लोग 2030 तक 2 मिलियन पेड़ लगाने के केयर्न के मिशन में उसे सहयोग देन का संकल्प लेकर ईएसजी के सफर का हिस्सा बन सकते हैं।
ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भरता और आयात कम करने की ओर भारत की यात्रा में केयर्न ऑयलएंड गैस की भूमिका अग्रणी होगी। इंडिया एनर्जी वीक 2023 में कंपनी की भागीदारी ऊर्जा के मामले में भारत के भविष्य को सुरक्षित करने और एक स्थायी तथा जिम्मेदार परिचालन के लिये प्रतिबद्धता सुनिश्चित करने के लिये इसके प्रयास दिखाने का एक वैश्विक मंच प्रदान करती है।