नई दिल्ली, दिसम्बर 2022 : कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तहत राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कर्मयोगी मिशन के अनुरूप बैंगलोर, मुंबईऔर त्रिवेंद्रम में इसरो टेक्निकल ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है। यह ग्लोबल स्पेस इन्डस्ट्री में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाने के विज़न में योगदान करते हुए सरकारी कर्मियों के कौशल को अपस्किल करने के उद्देश्य से कैपेसिटी बिल्डिंग की एक पहल है। श्री सुधीर कुमार (निदेशक, सीबीपीओ, इसरो मुख्यालय) नेएनएसटीआई बंगलौर में ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्घाटन किया।
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अंतरिक्ष विभाग (इसरो) में टेक्निकल इम्प्लॉयीज़ को अपस्किल करने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए, और इस साझेदारी से, इसरो टेक्निकल ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया गया। प्रोग्राम का उद्देश्य देश की स्पेस इन्डस्ट्री में नवीनतम ट्रेन्ड्स और आवश्यकताओं के अनुसार अपनी क्षमता बढ़ाने और अपने कौशल को विकसित करने के लिए इसरो के टेक्निकल इम्प्लॉयीज़ को ट्रेनिंग देने के लिए शॉर्ट-टर्म कोर्सेज़ के लिए एक फॉर्मल फ्रेमवर्क स्थापित करना है। अगले पांच वर्षों में, 4000 से अधिक इसरो टेक्निकल स्टाफ़ पूरे भारत में स्थित कई एनएसटीआई में प्रोग्राम में ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे।
एनएसटीआई बैंगलोर में ट्रेनिंग प्रोग्राम हाइड्रोलिक्स विषय पर ‘इन्डस्ट्रियल हाइड्रोलिक एंड कन्ट्रोल’ कोर्स से शुरू होता है। इस कोर्स में फ्लुइड पॉवर सिस्टम, हाइड्रोलिक्स एंड न्यूमेटिक्सऔर बेसिक हाइड्रोलिक लॉज़ के बीच अन्तर, हाइड्रोलिकसिस्टम कम्पोनेन्ट्स, हाइड्रोलिक सिम्बल्स, फ्लो कन्ट्रोल वाल्व, कॉन्सेप्ट ऑफ़ प्रेशर रेगुलेशन, प्रेशर-कन्ट्रोल वाल्व, हाइड्रोलिक एक्युमलेटर्स और प्रैक्टिकल डिमॉन्सट्रेशन जैसे विषयों को शामिल किया गया है। एनएसटीआई मुंबई ‘इन्डस्ट्रियल ऑटोमशन’ कोर्स के साथ प्रोग्राम शुरू करता है और एनएसटीआई त्रिवेंद्रम ‘सॉफ्टवेयर डेवलपमेन्ट’ कोर्स केसाथ प्रोग्राम शुरू करता है। कोर्स की अवधि 5 दिन है, जिसमें प्रत्येक एनएसटीआई में 20 ट्रेनीज़ ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं।
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने कहा, “इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज़ के आने के साथ भारत का स्पेस ईकोसिस्टम तेजी से बढ़ रहा है, और इस तरह के कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। इन ट्रेनिंग प्रोगाम्स के माध्यम से, इसरो के इम्पलॉयीज़ इन्डस्ट्री ट्रेन्ड्स के साथ अपडेट रहने के अलावा उभरती हुई तकनीकों को इन्टीग्रेट करने और समझने में सक्षम होंगे, जिससे न केवल इम्पलॉयीज़ को लाभ होगा बल्कि भारत कोग्लोबल स्पेस रेस में अपनी प्रतिस्पर्धी बढ़त बनाए रखने में भी मदद मिलेगी। स्पेस इन्डस्ट्री के विकास को जारी रखने के लिए ये प्रोग्राम आवश्यक हैं, और जैसे-जैसे अधिक से अधिक टेक्नोलॉजीज़ विकसित होंगी, ये तेजी से महत्वपूर्ण होते जाएंगे”।
अभी तक, श्री बीएन श्रीधर, रीजनल डायरेक्टर, आरडीएसडीई के मार्गदर्शन में एनएसटीआई बेंगलुरु में छह ट्रेनिंग प्रोग्राम्स पूरे किए जा चुके हैं। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम केतहत कवर किए गए कोर्स में एयरोस्पेस सीएनसी मशीनिंग, क्वालिटी इन्सपेक्शन, उन्नत वेल्डिंग तकनीक, पीएलसीस्वचालन, इलेक्ट्रो-न्यूमेटिक्स, इंजीनियरिंग इन्सपेक्शन, क्वालिटी कन्ट्रोल, पंप और वाल्व का ऑपरेशन और रखरखाव, और प्रोडक्शन टेक्नोलॉजीज़ में मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस और टेक्नीक्स शामिल हैं।